आरयू वेब टीम। दिल्ली आबकारी नीति मामले में प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले आखिरकार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया है। केजरीवाल की गिरफ्तारी की खबर लगते ही आप नेता व कार्यकर्ताओं में मोदी सरकार के प्रति रोष व्याप्त हो गया है। लोगों ने सोशल मीडिया पर भी इसे चुनाव को प्रभावित करने वाली राजनीत का नतीजा बताया है।
वहीं गिरफ्तारी से पहले ईडी की टीम शाम को सीएम केजरीवाल के घर पहुंची थी। ईडी की टीम ने यहां उनके आवास पर तलाशी भी ली थी। ईडी की टीम ने ऐसे समय पर दिल्ली के सीएम केजरीवाल की गिरफ्तारी की है जब दिल्ली हाई कोर्ट ने आज केजरीवाल को गिरफ्तारी पर राहत देने से इनकार कर दिया था।
दरअसल दिल्ली शराब नीति से जुड़े मामले में लंबी पूछताछ के बाद प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने मुख्यमंत्री आवास से आम आदमी पार्टी के संयोजक और सीएम अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही ईडी ने सीएम केजरीवाल का मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया था। ईडी सूत्रों की मानें तो अनुसार सीएम अरविंद केजरीवाल जांच और पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे थे।
यह भी पढ़ें- दिल्ली शराब नीति केस में कोर्ट में पेश हुए अरविंद केजरीवाल, मिली जमानत
गौरतलब है कि दिल्ली उच्च न्यायालय ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आज सुबह दिल्ली शराब नीति मामले में गिरफ्तारी पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। याचिका पर सुनवाई के दौरान जस्टिस सुरेश कुमार कैत और जस्टिस मनोज जैन की बेंच ने अनुरोध संबंधी आम आदमी पार्टी नेता केजरीवाल के आवेदन को 22 अप्रैल को सुनवाई के लिए लिस्टेड कर लिया था। सुनवाई के दौरान बेंच ने कहा था कि हम इस लेवल पर संरक्षण देने के लिए इच्छुक नहीं हैं।
यह भी पढ़ें- दिल्ली CM ने ED को भेजा जवाब, ‘AAP ने कहा, भाजपा का मकसद केजरीवाल की गिरफ्तारी