आरयू वेब टीम। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को गुजरात के कच्छ में न सिर्फ एक बार फिर कृषि कानूनों के मसले पर बात की है, बल्कि विपक्ष पर हमला बोलते हुए किसानों को गुमराह करने का आरोप भी लगाया। साथ ही पीएम मोदी ने भरोसा दिलाया कि कृषि कानूनों को लेकर सरकार हर शंका का समाधान करने को तैयार है।
पीएम मोदी ने कच्छ में हाइब्रिड रिन्युवेबल एनर्जी पार्क की आधारशिला रखकर कार्यक्रम को संबोधित कर कहा कि दिल्ली के आसपास आजकल किसानों को डराने की साजिश चल रही है। क्या अगर कोई आपसे दूध लेने का कॉन्ट्रैक्ट करता है, तो क्या भैंस लेकर चला जाता है? जैसी आजादी पशुपालकों को मिल रही है, वैसी ही आजादी हम किसानों को दे रहे हैं। कई वर्ष से किसान संगठन इसकी मांग करते थे, विपक्ष आज किसानों को गुमराह कर रहा है, लेकिन अपनी सरकार के वक्त ऐसी ही बातें करता था।
मोदी ने आगे कहा कि मैं किसानों से कह रहा हूं कि उनकी हर शंका के समाधान के लिए सरकार तैयार है, किसानों का हित सरकार की प्राथमिकता है। हम किसानों की आय बढ़ाने के लिए फैसले ले रहे हैं। देश के हर कोने के किसान नए कानूनों के साथ हैं, जो लोग भ्रम फैला रहे हैं और राजनीति कर रहे हैं, किसानों के कंधों पर रखकर बंदूकें चलाई जा रही हैं।
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मोदी ने ये भी कहा कि आज सरदार पटेल का सपना पूरा हो रहा है। अब कच्छ में दुनिया का सबसे बड़ा हाइब्रिड एनर्जी पार्क बन रहा है, जितना बड़ा सिंगापुर और बहरीन हैं, उतना बड़ा ये पार्क है। ऐसे फैसलों के कारण क्लीन एनर्जी के क्षेत्र में हिंदुस्तान की जगह लगातार सुधर रही है।
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने कहा कि कच्छ ने न्यू एज टेक्नोलॉजी की ओर बड़ा कदम बढ़ाया है। इस पार्क का सीधा लाभ स्थानीय किसानों को होगा। पहले कहा जाता था कि कच्छ में विकास नहीं है, पहले यहां अफसर पोस्टिंग नहीं चाहते थे लेकिन अब सिफारिश करते हैं। कच्छ अब देश का सबसे विकसित जिलों में से एक गिना जाता है, यहां से अब पलायन कम होने लगा है। कच्छ कभी वीरान रहता था, लेकिन अब कच्छ दुनिया के पर्यटकों के लिए पसंदीदा स्थल बन रहा है।
इस दौरान पीएम ने बताया कि इस एनर्जी पार्क से प्रदूषण से लड़ने में मदद मिलेगी, ये करीब नौ करोड़ पेड़ लगाने लायक है। इससे एक लाख युवाओं को नौकरी मिलेगी, किसानों के लिए विशेष सुविधाएं की जा रही हैं। हमने नहरों पर भी सोलर पैनल लगा दिए, एनर्जी के साथ जल संरक्षण भी देश के लिए जरूरी है और इस ओर तेजी से काम जारी है।