आरयू ब्यूरो, लखनऊ। देवरिया जमीन विवाद में हुई छह हत्या मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ा एक्शन लिया है। गुरुवार को एसडीएम, दो तहसीलदार, सीओ, एसएचओ समेत 15 लोगों को निलंबित किया है। घटना की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दोषी कोई भी हो, हर एक पर कार्रवाई की जाएगी।
जिनपर कार्रवाई हुई है उनमें एक उपजिलाधिकारी, एक क्षेत्राधिकारी, दो तहसीलदार, तीन लेखपाल, एक हेड कांस्टेबल, चार कांस्टेबल, दो हल्का प्रभारी व एक थाना प्रभारी शामिल हैं। साथ ही अन्य लापरवाह तहसीलदारों, क्षेत्राधिकारी के खिलाफ विभागीय कार्यवाही होगी।
दरअसल, देवरिया नरसंहार प्रकरण में शासन की रिपोर्ट में अधिकारी और कर्मचारियों की लापरवाही, कर्तव्यपालन में शिथिलता होने की बात सामने आई है। बताया जा रहा है कि सत्य प्रकाश दुबे जब जिंदा था, तब उसने ग्राम समाज की भूमि पर अवैध कब्जा के संबंध में आइजीआरएस पर अनेक शिकायतें मुख्यमंत्री संदर्भ के रूप में आनलाइन पुलिस विभाग/राजस्व विभाग को भेजी थीं, लेकिन दोनो विभाग के संबंधित अधिकारियों द्वारा गम्भीरतापूर्व संज्ञान लेकर निस्तारण नहीं कराया गया।
इन पर हुई कार्रवाई
● वर्तमान उपजिलाधिकारी योगेश कुमार गौड़ एवं क्षेत्राधिकारी रुद्रपुर जिलाजीत को तत्काल निलंबित किया जाए।
● पूर्व में उपजिलाधिकारी रहे राम विलास, ओम प्रकाश, ध्रुव शुक्ला एवं संजीव कुमार उपाध्याय के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही की जाए।
● सेवानिवृत्त तहसीलदार वंशराज राम एवं सेवानिवृत्त राजस्व निरीक्षक रामानन्द पाल के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही शुरू करें।
● अभय राज (वर्तमान में निलंबित तहसीलदार) को अतिरिक्त आरोप पत्र जारी किया जाए।
● रामाश्रय तत्कालीन तहसीलदार, सम्प्रति तहसीलदार जनपद बलरामपुर को निलंबित करते हुए विभागीय कार्यवाही संस्थित की जाए तथा केशव कुमार तहसीलदार रूद्रपुर को निलंबित करते हुए विभागीय कार्यवाही की जाए।
● विशाल नाथ यादव (राजस्व निरीक्षक), राजनन्दनी यादव (क्षेत्रीय लेखपाल), अखिलेश (लेखपाल) को निलंबित करते हुए विभागीय कार्यवाही की जाए।
● हेड कॉन्स्टेबल राजेश प्रताप सिंह, कॉन्स्टेबल अवनीश चौहान, हल्का प्रभारी/उपनिरीक्षक जय प्रकाश दुबे व प्रभारी निरीक्षक नवीन कुमार सिंह को निलंबित कर विभागीय कार्यवाही शुरू की जाए।
● पूर्व में आईजीआरएस के संदर्भों में निस्तारण में लापरवाही के लिये उत्तरदायी पाए गए। कैलाश पटेल, कॉन्स्टेबल राम प्रताप कन्नौजिया, सुभाष यादव एवं उ.नि. सुनील कुमार, पूर्व प्रभारी निरीक्षक, रूद्रपुर को निलंबित किया जाए तथा तत्कालीन क्षेत्राधिकारी, रूद्रपुर दिनेश कुमार सिंह यादव के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही प्रारंभ की जाए।