आरयू ब्यूरो, वाराणसी/सोनभद्र। सोनभद्र में हुए नरसंहार के बाद पीड़ितों के परिवारों से मिलने जा रही प्रदेश कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को पुलिस द्वारा वहां जाने से रोकने के बाद प्रियंका एक बार फिर धरने पर बैठ गई हैं, इस बार वह चुनार गेस्ट हाउस में धरने पर बैठी हैं। इससे पहले पुलिस ने उन्हें मिर्जापुर और वाराणसी की सीमा पर रोका, जिससे नाराज प्रियंका गांधी अपने समर्थकों के साथ नारायणपुर में धरने पर बैठ गई थीं।
धरने पर बैठने के बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया था। इसके बाद पुलिस ने प्रियंका को अपने साथ चुनार के गेस्ट हाउस ले गई थी। दोबारा धरने पर बैठने के बाद प्रियंका गांधी ने कहा कि वह पीड़ितों से मिले बिना नहीं जाएंगी।
इसी के साथ ही प्रियंका गांधी देर रात तक गेस्ट हाउस में हीं डटी रहीं। हालांकि इस दौरान गेस्ट हाउस की लाइट भी चली गयी थी। जिसको लेकर कांग्रेस के नेता व कार्यकर्ताओं का कहना था कि योगी सरकार अपनी इन हरकतों से सोचती हैं कि प्रियंका वापस लौट जाएंगी तो ऐसा नहीं होने वाला है।
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वहीं जिला पुलिस-प्रशासन की इस कार्रवाई का कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मौके के साथ ही प्रदेश भर में विरोध किया। प्रशासन की इस कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए प्रियंका गांधी ने दोपहर में कहा कि मेरे वहां पर जाने से कानून-व्यवस्था पर कोई असर नहीं पड़ने वाला, मुझे किस कानून के तहत रोका गया। इसके विरोध में प्रियंका गांधी कार्यकर्ताओं सहित धरने पर बैठ गई।
ऑर्डर की कॉपी दिखाए अधिकारी
धरने पर बैठी प्रियंका ने कहा कि मुझे जिला प्रशासन के अधिकारी ऑर्डर की कॉपी दिखाए मुझे किस नियम के तहत रोका गया है। मैंने तो यहां तक कहा कि मेरे साथ सिर्फ चार लोग होंगे। फिर भी प्रशासन हमें वहां जाने नहीं दे रहा है। उन्हें हमें बताना चाहिए कि हमें क्यों रोका जा रहा है। जबतक जवाब नहीं मिलता हम यहां शांति से बैठे रहेंगे।
जहां ले जाएंगे हम जाने को तैयार पर झुकेंगे नहीं
इस दौरान प्रशासन ने प्रियंका गांधी समेत कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया है। बताया जा रहा है कि सोनभद्र के मूर्तिया गांव में धारा 144 लगी हुई है। हिरासत में लेने के बाद प्रियंका गांधी को चुनार गेस्ट हाउस ले जाया गया। इस दौरान कांग्रेस महासचिव ने कहा कि मुझे नहीं पता कि कहां ले जाया जा रहा है, लेकिन वे जहां ले जाएंगे हम जाने को तैयार हैं, लेकिन झुकेंगे नहीं।
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वहीं इस मामले में प्रियंका ने आज अपने ट्विटर एकाऊंट के जरिए भी अपना पक्ष रखते हुए कहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार की ड्यूटी है अपराधियों को पकड़ना। मेरा कर्तव्य है अपराध से पीड़ित लोगों के पक्ष में खड़े होना। भाजपा अपराध रोकने में तो नाकामयाब है, मगर मुझे मेरा कर्तव्य करने से रोक रही है। मुझे पीड़ितों के समर्थन में खड़े होने से कोई रोक नहीं सकता।
डीजीपी बोले प्रियंका को नहीं लिया गया हिरासत में
दूसरी ओर इस मामले में यूपी के डीजीपी ने कहा कि प्रियंका गांधी को हिरासत में नहीं लिया गया है। डीजीपी कार्यालय के मुताबिक सोनभद्र में धारा 144 लगी हुई है। कांग्रेस ने वहां जाने की कोई परमिशन नहीं ली है।
गौरतलब है कि पहले प्रियंका सुबह 9:40 पर वाराणसी पहुंचने के बाद ट्रामा सेंटर गईं। जहां उन्होंने सोनभद्र के घोरावल कोतवाली इलाके के हत्याकांड में घायल हुए लोगों से हालचाल पूछा। इसके बाद वो कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू व अन्य कांग्रेसियों के साथ सोनभद्र जाने के लिए िनिकलीं थीं, लेकिन पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक दिया।