आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। शनिवार की रात बनारस बीएचयू कैंपस में छात्र-छात्राओं के प्रदर्शन का कवरेज कर रहे पत्रकारों पर हुए हमले के विरोध में आज राजधानी में मुख्यमंत्री के आवास पास बड़ी संख्या में पत्रकारों ने धरना देकर वाराणसी के डीएम और एसएसपी के निलंबन, पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए साथ ही पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कमेटी बनाई जाए जो पत्रकारों के उत्पीडऩ की जांच करें।
पत्रकारों के धरने की जानकारी लगते ही जिलाधिकारी से लेकर प्रमुख सचिव सूचना ने धरना समाप्त करने की गुजारिश की लेकिन, पत्रकार कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे। प्रमुख सचिव के आश्वासन पर कि मुख्यमंत्री जैसे ही लखनऊ आते हैं वह उनका ज्ञापन सौंपेगे तब जाकर पत्रकारों ने सूचना निदेशक को ज्ञापन सौंपा और मांग की कि बनारस के दोषी डीएम और एसएसपी को तुरंत निलंबित किया जाए और पत्रकारों की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किया जाए। वहीं धरने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर बताया कि वाराणसी के कमिश्नर से जांच रिपोर्ट मांगी गई है।
धरना देने वाले पत्रकारों में संजय शर्मा, प्रभात त्रिपाठी, बीडी शुक्ला, मनीष पाण्डेय, शेखर सिंह, मनीष श्रीवस्तव, शशीनाथ दुबे, अब्दुल हन्नान, राजेश सिंह, अंकित श्रीवास्तव, मोहम्मद ताहिर, दिलीप सिंह, तुषार श्रीवास्तव, विक्रम मिश्र, दिवाकर त्रिपाठी, अनूप गुप्ता, जितेन्द्र सिंह, आदित्य तिवारी, अब्दुल वाहिद, राजेन्द्र प्रसाद, सूरज कुमार, विनय अवस्थी, आरके पाल, मयंक पाण्डेय, अंकित साहनी, तनवीर अहमद, हरेन्द्र चौधरी, अभिषेक मिश्रा, सुमित शुक्ला, परवेज अहमद, नितिन चौधरी, सुमित कुमार, देवेन्द्र पाल सिंह, रोहित मिश्रा, मुदित गुप्ता, रजा अब्बास, गौरव श्रीवास्तव, अनिल यादव, देवराज सिंह, सुमरेश पति त्रिपाठी, सुधांशु सक्सेना, आशुतोष त्रिपाठी, अभ्युदमय अवस्थी, दीपक श्रीवास्तव समेत अन्य पत्रकार मौजूद थे।
यह भी पढ़ें- बनारस में बोले मोदी हम परिजयोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन दोनों करते है