दो मौसम प्रणाली के असर से बढ़ी फरवरी में ही तपिश, राहत मिलने के आसार

आइएमडी

आरयू वेब टीम। इस बार बदले मौसम के तेवर ने फरवरी में ही मार्च जैसी गर्मी का एहसास करा दिया है। वहीं अलग-अलग स्थानों पर बनी दो मौसम प्रणालियों के असर से हवाओं का रुख वर्तमान में दक्षिणी एवं दक्षिण-पश्चिमी बना हुआ है। राजस्थान एवं गुजरात में तापमान काफी बढ़ा हुआ है। वहां से लगातार आ रही गर्म हवाओं से पिछले चार दिनों में मध्य प्रदेश में तपिश बढ़ गई है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मंगलवार को पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढ़ने पर प्रेरित चक्रवात भी समाप्त हो जाएगा, जबकि हवाओं का रुख बदलने से मंगलवार से ही तापमान में गिरावट का सिलसिला शुरू होने की संभावना है।

मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक मंगलवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान 14.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। साथ ही यह सोमवार के न्यूनतम तापमान 14.2 के बराबर ही रहा। सोमवार को शहर का अधिकतम तापमान 34.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था, जो सामान्य से छह डिग्री सेल्सियस अधिक रहा था।

मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व विज्ञानी अजय शुक्ला ने मीडिया को बताया कि वर्तमान में अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच एक पश्चिमी विक्षोभ बना है। इसके प्रभाव से पाकिस्तान और उससे लगे पंजाब पर एक प्रेरित चक्रवात बना हुआ है। इन दो मौसम प्रणालियों के असर से वर्तनाम में दक्षिणी एवं दक्षिण-पश्चिमी हवाएं चल रही हैं। इस वजह से तापमान बढ़ रहा है।

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विशेषज्ञ के मुताबिक ऊपर के स्तर पर पश्चिभी हवाएं आ रही हैं। हवाओं के साथ नमी आ रही है। इससे ऊंचाई के स्तर पर बादल बन रहे हैं। उधर मंगलवार को पश्‍चिमी विक्षोभ के आगे बढ़ने पर प्रेरित चक्रवात समाप्त हो जाएगा। इससे तापमान में गिरावट होने लगेगी। तापमान में गिरावट का सिलसिला चार दिन तक बना रह सकता है। 25 फरवरी को एक नए पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत पर सक्रिय होने के आसार हैं। उसके प्रभाव से फिर तापमान में कुछ बढ़ोतरी होने लगेगी।

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