आरयू ब्यूरो
लखनऊ। राजधानी की हाइटेक पुलिस के बीच बेलगाम अपराधियों का कहर जारी है। सआदतगंज में आज रात दुकान बंद करने की तैयारी कर रहे तेल कारोबारी श्रवण कुमार साहु(60) पर बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर उनकी हत्या कर दी।
व्यापारी के बेटे की भी बदमाशों ने अक्टूबर 2013 में गोली मारकर हत्या की थी। जवान बेटे आयुष को न्याय दिलाने के लिए श्रवण मामले की पैरवी कर रहे थे।
जनता ने किया प्रदर्शन, पुलिस पर लापरवाही का आरोप
घटना की जानकारी पाकर मौके पर मौके पर पहुंचे डीआईजी प्रवीन कुमार, एसएसपी मंजिल सैनी और क्षेत्रिय पुलिस को जनता की नाराजगी का सामना करना पड़ा। आक्रोशित लोग पुलिस के खिलाफ देर रात तक नारेबाजी और प्रदर्शन करते रहे। लोगों का कहना है कि बदमाशों के बारे में जानते हुए भी पुलिस ने उनकी सुरक्षा के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया था। पुलिस की लापरवाही से राजधानी में जंगलराज कायम है।
फुटेज में कैद हुए हत्यारें
छानबीन में पुलिस को सीसीटीवी कैमरे में हत्यारों के फुटेज भी मिले है, हलांकि रात की वजह से उनका चेहरा समझ में नहीं आ रहा है। पुलिस घटनास्थल के आसपास लगे अन्य कैमरों के भी फुटेज खंगाल रही है।
बदमाश के लिए काम करने पर तीन ने गंवाई है वर्दी
उल्लेखनीय है कि आयुष की हत्या में नामजद अकील अंसारी ने क्राइम ब्रांच और पारा पुलिस से लाखों का सौदा कर श्रवण साहु को फर्जी जेल भिजवाने के लिए साजिश भी रची थी।
व्यापारी तो बच गया था, लेकिन चार बेगुनाहों को क्राइम ब्रांच और पारा पुलिस ने जेल भेज दिया था। मीडिया की सक्रियता से कुछ दिन पहले मामले की तह खुली तो दो सिपाही एक दरोगा को अपनी नौकरी से हमेशा के लिए हाथ धोना पड़ा, जबकि नौ अन्य सिपाही और दरोगाओं पर भी एसएसपी ने कार्रवाई की थी।
पिछले हफ्ते मास्टरमाइंड ने किया था कोर्ट में सरेंडर
आयुष का हत्यारोपित पुलिस के साथ षडयंत्र रचने के मामले में फरार चल रहे अकील अंसारी ने बीते शुक्रवार को ही पुलिस को चकमा देकर आत्मसमर्पण किया था।
व्यपारी को गनर देने के लिए कहा गया था, क्या वजह है कि उन तक गनर नहीं पहंचा इसकी जांच कराई जाएगी। एसएसपी मंजिल सैनी