आरयू वेब टीम।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा दिए जाने वाले राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। राष्ट्रपति द्वारा सिर्फ ग्यारह विजेताओं को कुछ अहम पुरस्कार और अन्य विजेताओं को अवॉर्ड सूचना व प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी द्वारा दिए जाएंगे। स्मृति ईरानी द्वारा पुरस्कार दिए जाने की घोषणा से पुरस्कृत होने वाले कई लोग नाराज हो गए हैं। कई ने पुरस्कार न लेने की चेतावनी दी है।
आज दोपहर दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह का आयोजन किया जाना है। इस दौरान सिनेमा के विभिन्न क्षेत्रों से कुल 140 कलाकारों को पुरस्कार दिया जाएगा। हालांकि, इससे एक दिन पहले ही नाराज चल रहे अधिकतर राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता इस समारोह का बहिष्कार करने का ऐलान कर चुके हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स की ड्रेस रिहर्सल के दौरान विजेताओं को जानकारी मिली कि समारोह में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद सिर्फ एक घंटे के लिए ही शामिल होंगे। इस दौरान वह सिर्फ 11 विजेताओं को ही पुरस्कृत कर पाएंगे। इस जानकारी लगते ही कलाकारों ने विरोध करने के साथ ही समारोह में शामिल ना होने का फैसला किया है।
बता दें पारंपरिक तौर पर राष्ट्रपति प्रत्येक विजेता को खुद ये सम्मान देते हैं। इसी के चलते नाराजगी जाहिर करते हुए अन्य कलाकारों का यहां तक कहना है कि बीते साल राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी हर एक विजेता को पुरस्कार दिए थे। वहीं इस संबंध में राष्ट्रपति के मीडिया सलाहकार अशोक मलिक ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पद ग्रहण करने के बाद से वह प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं, लेकिन जाने से पहले सभी पुरस्कृत लोगों के साथ एक ग्रुप फोटो जरूर खिंचवाएंगे।
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बता दें कि साल 1954 में राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की शुरुआत की गई थी। भारतीय सिनेमा में इन पुरस्कारों को बहुत अहम माना जाता है। इस साल 65वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार दिए जाने हैं।
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