आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। सूबे की राजधानी लखनऊ के कृष्णानगर इलाके में स्थित आलामबाग सर्राफा बाजार में शनिवार की रात डकैतों ने पुलिस को खुली चुनौती दी है। आभूषण के एक शोरूम पर धावा बोलने के बाद बेखौफ बदमाशों ने व्यापारी, कारीगर, गार्ड व एक युवती पर गोली बरसाकर लाखों रुपए के गहने लूट लिए। गोली लगने से आभूषण के कारीगर और पास में स्थित एटीएम के सिक्योरिटी गार्ड की मौत हो गयी, जबकि व्यापारी व युवती का इलाज चल रहा है। जहां व्यापारी की हालत गंभीर बताई जाती है।
दूसरी ओर पुलिस के इकबाल और सक्रियता को कठघरे में खड़ी करने वाली शोरूम में डकैती की जानकारी लगने पर पुलिस महकमें में जहां हड़कंप मच गया। वहीं पुलिस चौकी से कुछ ही दूरी पर हुई इस दुस्सहासिक वारदात से व्यापारियों और स्थानीय लोगों में दहशत और रोष व्याप्त है। जबकि बदमाशों की गोली से जान गंवाने वाले मृतकों के परिजनों में कोहराम मच गया है।
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जानकारी पाकर घटनास्थल पर जांच के लिए पहुंचें एडीजी जोन सुजीत कुमार पांडेय, एसएसपी कलानिधि नैथानी, एएसपी टीजी अमित कुमार, एएसपी सर्वेश्र कुमार मिश्रा समेत पुलिस के अन्य अफसरों ने छानबीन की। इस दौरान पुलिस को व्यापारियों की नाराजगी का सामना भी करना पड़ा। हालांकि एसएसपी ने जल्द ही मामले की खुलासे की बात कही है।
बताया जा रहा है कि स्नेहनगर निवासी राजीव गुप्ता का आलामबाग सर्राफा बाजार में आरके ज्वैलर्स के नाम से आभूषणों का शोरूम है। शनिवार की रात करीब पौने दस बजे राजीव शोरूम बंद करने की तैयारी कर रहे थे। इस दौरान वहां राजीव गुप्ता के अलावा आभूषण कारीगर गुड्डू पटवा, कर्मचारी रितेश, रज्जन यादव और दीपक मौजूद था। तभी बाइक से करीब पांच की संख्या में वहां पहुंचते ही डकैतों ने शोरुम में गोलियां चलाते हुए आभूषणों को बैग में भरना शुरू कर दिया। विरोध करने पर हेलमेट और अंगोछे से चेहरा छुपाए बदमाशों ने राजीव गुप्ता और कारीगर गुड्डू को गोली मार दी।
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इस बीच गोली चलने की आवाज सुन पास में स्थित आइसीआइसीआइ बैंक के एटीएम पर तैनात गार्ड देशराज को वहां पहुंचने पर एक बदमाश ने उसे भी गोली मार दी, जबकि फिल्मी स्टॉइल में अंधाधुंध फायरिंग के बीच वहां से गुजर रही युवती मनीषा भी गोली लगने से घायल हो गयी। करीब दस मिनट तक तांडव मचाने के बाद बदमाशों बाइक पर सवार होकर नहरिया की ओर भाग निकले।
घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने लोगों की सहायता से गोली से घायल चारों लोगों को अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद कारीगर गुड्डू और गार्ड देशराज को मृत घोषित कर दिया। जबकि राजीव गुप्ता और मनीषा का ट्रॉमा सेंटर में उपचार किया जा रहा है। जिसमें राजीव की हालत चिंताजनक बनी हुई है। इसके चलते देर रात तक ये भी स्पष्ट नहीं हो सका था कि बदमाशों के हाथ कुल कितनी कीमत का गहना लगा है, वहीं कुछ लोग इसे दस लाख से ज्यादा की डकैती होने का अंदेशा जता रहे थे। हालांकि पुलिस तहरीर मिलने पर ही स्थिति साफ होने की बात कह रही।
दूसरी ओर घटना की जानकारी लगते ही घटनास्थल के साथ ही ट्रामा सेंटर में व्यापारियों का जमावड़ा लगा था। आक्रोशित व्यापारियों ने जल्द से जल्द खूनी लुटेरों की गिरफ्तारी की पुलिस से मांग करते हुए रविवार को दुकान बंद करने का भी ऐलान किया है।
बिजली हो गई गुल, साजिश या संयोग पुलिस कर रही जांच
शोरूम के कर्मचारियों ने बताया कि बदमाशों के पहुंचने के साथ ही लाइट चली गयी थी। जिसके बाद बदमाशों ने अपने मोबाइल के टॉर्च के सहारे गहनों को बैग में भरा। वहीं अंधेरे में उनके सामने जो भी आ रहा था, उसे बिना सोचे गोली मार दे रहे थे। अंधेरा होने के चलते करीब 25 से 30 साल के डकैतों का चेहरा और हावभाव ठीक से समझ नही आ रहा था। जबकि उनके जाते ही लाइट आ गयी थी। कर्मचारियों के इस बयान के बाद पुलिस स्थानीय फीडर के कर्मचारियों से भी पूछताछ कर रही थी कि ठीक घटना के समय लाइट जानें के पीछे कोई सोची-समझी साजिश तो नहीं थी, क्योंकि लाइट नहीं होने के चलते शोरु में लगे सीसीटीवी कैमरे भी बंद हो गए थे, हालांकि पास की एक दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में बदमाशों के आने-जाने और गोलियां चलाने की घटना कैद हुई है।
भतीजे के हत्या की पैरवी कर रहे राजीव
घटनास्थल पर पहुंचे एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताय कि कुछ साल पहले शोरूम मालिक के भतीजे श्याम की हत्या कर दी गयी थी। जिसकी पैरवी खुद राजीव गुप्ता कर रहे थे। पुलिस इस एंगल पर भी जांच कर रही है कि कही पैरोकार को रास्ते से हटाने के लिए तो नहीं घटना को डकैती का रूप दिया गया। दूसरी ओर ट्रॉमा सेंटर में राजीव की हालत बेहद चिंताजनक बनी हुई है।
घटनास्थल के आसपास है दो पुलिस चौकी
राजधानी को दहलाने वाली वारदात को जिस समय डकैत अंजाम दे रहे थे, उस समय स्थानीय पुलिस कहां थी इसको लेकर व्यापारियों ने खासी नाराजगी जताई है। लोगों का कहना था कि घटनास्थल से सौ मीटर के दायरे में ही एक नहीं बल्कि दो पुलिस चौकी है, लेकिन घटनास्थल से एक ओर स्थितत आलमबाग की चंदरनगर और दूसरी ओर स्थित कृष्णानगर की रामनगर चौकी पर तैनाती पुलिसकर्मियों ने लापरवाही बरती है।
पुलिस सभी बिन्दुओं पर जांच कर रही है। अभी इस मामले में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। इसके अलावा इस बात की भी जांच की जा रही है कि घटना के समय स्थानीय पुलिस की लोकेशन क्या थी। जिसकी भी लापरवाही सामने आएगी इसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कलानिधि नैथानी, एसएसपी लखनऊ।