आरयू वेब टीम। लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख चिराग पासवान ने बुधवार को बिहार चुनाव के लिए घोषणा पत्र जारी किया। घोषणा पत्र को चिराग ने ‘बिहार फर्स्ट बिहार फर्स्ट’ पर फोकस किया है। चिराग ने पार्टी का विजन डॉक्यूमेंट जारी करते हुए दावा कि इसमें लाखों लोगों के इनपुट हैं। साथ ये भी बताया कि उनका विजन डॉक्यूमेंट उनके पिता रामविलास पासवान ने अस्पताल में तैयार करवाया था।
उन्होंने दावा किया उनके घोषणा पत्र में बिहार के हर जरूरी मुद्दे को शामिल किया गया है। जिसमें युवा आयोग गठित करने, रोजगार के लिये पोर्टल बनाने, डेनमार्क की तर्ज पर दुग्ध उद्योग को बढ़ावा देने, बाढ़ एवं सूखे को रोकने के लिये नहरों को नदियों से जोड़ने, सभी प्रखंड मुख्यालय, ग्राम पंचायत मुख्यालय और बाजारों में महिलाओं के लिए अलग से शौचालय बनाने का वादा किया।
वहीं प्राथमिकता के आधार पर सभी जरूरतमंद जिलों में स्थानीय उपज के आधार पर फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाने, अनुसूचित जाति और जनजाति छात्रावास को वाई-फाई, लाइब्रेरी, मेस, खेलकूद सामग्री व सुरक्षा गार्ड के साथ आधुनिक स्तर का बनाने की बात कही गई है। लोजपा ने प्राइवेट स्कूलों में आर्थिक रूप से कमजोर छात्र-छात्राओं के लिए कुछ सीटें आरक्षित करने का वादा किया। इसके अलावा दृष्टि पत्र में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ ही फसात निश्चय योजना’ में भ्रष्टाचार की जांच कर दोषियों को सजा दिलाने की बात भी कही गई है।
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इस दौरान चिराग ने कहा कि वह सकारात्मक राजनीति करना चाहते हैं, युवा हैं और दुनिया घूमे हैं। ऐसे में उन्होंने अपने दृष्टि पत्र में हर मुद्दे को शामिल किया है, जिससे बिहार की जनता जूझती है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि अबतक तो बिजली पहुंच जानी चाहिए थी, लेकिन कुमार अब इसका वादा कर रहे हैं।
चिराग ने राजग सरकार के मुखिया पर हमला करते हुए कहा कि 15 साल से सत्ता में रहने के बाद भी वे नाली-गली और खेत में पानी पहुंचाने की बात कर रहे हैं। इतना ही नहीं ‘‘बीते 15 साल में क्या किया, बिहार में रोजगार के लिए क्या किया? बिहार को सशक्त करने के लिए क्या किया?’’ लोजपा नेता ने आरोप लगाया कि बिहार में अभी स्वास्थ्य की सही सुविधा नहीं है, अस्पतालों में डॉक्टर नहीं है और शिक्षा के हालात खराब हैं।