आरयू ब्यूरो, लखनऊ। गोंडा-लखनऊ रोड पर मंगलवार सुबह एक बेहद दर्दनाक घटना हो गयी। तेज रफ्तार कार चालक ने चार मासूमों को बेरहमी से रौंदा दिया, जिससे तीन बच्चों की मौके पर ही मौत हो गयी, जबकि एक की हालत अस्पताल में चिंताजनक बनी हुई है। करनैलगंज थाना क्षेत्र में यह घटना उस समय हुई जब चारों मासूम एक साथ स्कूल जा रहे थे।
घटना को अंजाम देने के बाद ड्राइवर कार लेकर भागने में सफल रहा। मृतकों में दो सगी बहनें भी शामिल हैं। बच्चों की मौत से परिजनों में कोहराम मचा है। वहीं सूचना पर पहुंची पुलिस शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने के साथ ही चालक को तलाश करने की बात कह रही है। घटना से गांववालों में भी गम और गुस्सा है।
बताया जा रहा है कि करनैलगंज के चौरी सूबेदार पुरवा निवासी विजय कुमार शुक्ल की बेटियां शिवांजली (10) तन्नू उर्फ तनवी (06) तथा शिवांशी (11) वहीं के राम सागर शुक्ल के छह वर्षीय बेटे सत्यम के साथ आज सुबह करीब नौ बजे स्कूल जा रहीं थीं। चारों बच्चे अपने साइड से चल रहे थे कि तभी लखनऊ की ओर जा रही एक कार ने उन्हें टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज थी कि मासूम उछलकर दूर जा गिरे, इसके बाद भी चालक ने कार नहीं रोकी और मासूमों को रौंदता हुआ भाग निकला।
कुछ देर पहले स्कूल जाने के लिए घर से हंसी-खुशी निकले…
इस हादसे ने कुछ ही देर पहले घर से हंसी-खुशी स्कूल जाने के लिए निकले सत्यम के साथ ही तन्नू व शिवांजली को भी लाश में बदल दिया, जबकि शिवांशी का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
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वहीं घटना की जानकारी लगने पर घटना एएसपी शिवराज, क्षेत्राधिकारी करनैलगंज मुन्ना उपाध्याय, प्रभारी निरीक्षक सुधीर कुमार सिंह, खण्ड शिक्षा अधिकारी रियाज अहमद, स्कूल की प्रधानाध्यापिका डॉ. मधुलिका पांडेय मौके पर पहुंचीं।
ग्रामीणों ने लगाया पुलिस पर आरोप
घटना के बाद जहां मासूमों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। वहीं ग्रामीणों ने इसके लिए पुलिस को भी जिम्मेदार ठहराया। अक्रोशित गांव वालों का कहना था कि पास में स्थित एलएन टी प्लांट के सामने सैकड़ों वाहन रोज सड़क पर ही खड़े रहते हैं। जिससे बच्चों को स्कूल जाने में परेशानी होती है। कई बार क्षेत्र के लोगों ने विरोध भी किया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। पुलिस भी आंख-कान बंद किए बैठी रही। आज हादसा होने के बाद लोग अपना वाहन लेकर प्लांट के अंदर भाग गए।