आरयू ब्यूरो, लखनऊ। देश के विभिन्न हिस्सों से लॉकडाउन के दौरान पुलिस और मेडिकल स्टाफ पर हमलों की खबरों के बाद प्रदेश की योगी सरकार ने इस तरह की घटनाओं से सख्ती से निपटने की तैयारी कर ली है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदेश जारी करते हुए ऐसे हमलावरों पर एनएसए लगाने को कहा है।
यूपी सरकार के आदेश के अनुसार यदि कोई भी व्यक्ति लॉकडाउन के दौरान पुलिस पर हमला करता है तो उस पर नेशनल सिक्यॉरिटी ऐक्ट (एनएसए) के तहत केस दर्ज होगा। योगी आदित्यनाथ ने यह फैसला पश्चिम यूपी के कुछ जिलों में पुलिसकर्मियों और स्वास्थ्यकर्मियों से हुई मारपीट की घटना के बाद लिया है।
हम इन्हें छोड़ेंगे नहीं: मुख्यमंत्री
वहीं नर्सों के साथ बदसलूकी किए जाने के मामले में सीएम योगी ने कहा कि ये ना कानून को मानेंगे, ना व्यवस्था को मानेंगे, ये मानवता के दुश्मन हैं। जो इन्होंने महिला स्वास्थ्यकर्मियों के साथ किया है वो जघन्य अपराध है। इन पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगाया जा रहा है, हम इन्हें छोड़ेंगे नहीं।
शुक्रवार को अलीगढ और इससे पहले एक अप्रैल को यूपी के मुजफ्फरनगर जिले में लॉकडाउन के दौरान घर से बाहर निकलने के लिए मना करने पर कुछ लोगों ने पुलिसकर्मियों पर हमला किया था। जिसके बाद योगी ने अपने आदेश में कहा है कि लॉकडाउन के दौरान राज्य में कहीं पर भी अगर पुलिस पर कोई हमला करता है तो उसके खिलाफ एनएसए लगाया जाए।
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बता दें कि बुधवार शाम मुजफ्फरनगर में लॉकडाउन का पालन कराने पर पुलिस पर हमला कर दिया गया। हमले में महिलाएं भी शामिल रही हैं। पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया, ‘कुछ लोगों ने पुलिस दल पर उस वक्त हमला कर दिया, जब वे लॉकडाउन का पालन करने का निर्देश दे रहे थे।’ इस हमले में एक सब इंस्पेक्टर और एक कॉन्स्टेबल घायल हो गए हैं।