आरयू ब्यूरो, लखनऊ। चार बेगुनाहों की जान लेने वाले होटल लिवाना सूइट्स अग्निकांड के बाद से हजरतगंज इलाके के होटल व अन्य बिल्डिंगों में आग लगने का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में शनिवार को हजरतगंज के गोखले मार्ग पर अवैध तरीके से संचालित हो रहे होटल एक्जीक्यूटिव में भीषण आग लग गयी। होटल के फर्स्ट फ्लोर पर आग लगते ही पूरे होटल में धुंआ भरने से कमरों में ठहरे यात्रियों में हड़कंप मच गया।
सूचना पाकर मौके पर पहुंची हजरतगंज पुलिस व फायर ब्रिगेड कर्मियों ने पीछे के रास्ते से छत पर सीढ़ी लगाकर यात्रियों को बाहर निकाला। जिसके बाद होटल में लगे शीशों को तोड़कर धुंआ के साथ ही करीब ड़ेढ घंटे की मशक्कत कर फायर ब्रिगेड के जवानों ने आग पर काबू पाया। आग से बचे यात्रियों में दहशत थी, उनका कहना था कि घटना के समय सब लोग सोकर उठ चुके थे, यही वजह है कि समय रहते किसी तरह आग लगने के बाद होटल से निकलने में कामयाब हो गए, लेकिन यही शार्टसर्किट से आग लगने की घटना दो घंटे पहले हो जाती तो कमरों से जिंदा बाहर निकलना मुश्किल हो जाता।
यह भी पढ़ें- करप्शन की बुनियाद पर खड़ा था आग लगते ही मौत के गैस चेंबर में तब्दील होने वाला होटल लिवाना, इंजीनियरों को दोषी मान LDA ने भेजी शासन को रिपेार्ट
वहीं एक बार फिर आग लगने से अवैध होटल का मामला सामने आने से एलडीए व अग्निशमन विभाग के लिवाना अग्निकांड के बाद किए गए दावों की पोल खुल गई है। होटल न सिर्फ आवासीय जमीन पर बनकर संचालित हो रहा था, बल्कि आग से निपटने के भी पर्याप्त इंतजाम नहीं थे।
ढूंढने पर भी नहीं मिला नक्शा, जवाब देने से बचते रहें अफसर
आग लगने के बाद आज पूरा दिन एलडीए के अधिकारी व इंजीनियर लालबाग कार्यालय में बिल्डिंग का नक्शा ढूंढते रहें, लेकिन उन्हें नक्शा नहीं मिला। होटल की ओर से नक्शा पास होने की बात मौके पर जांच करने पहुंची एलडीए की टीम से कही गयी, लेकिन होटल मालिक सुनीता वाजपेयी भी आज नक्शा नहीं पेश कर सकीं। एलडीए की शुरूआती जांच में पता चला है कि होटल आवासीय जमीन पर बनाकर संचालित किया जा रहा था, हालांकि एलडीए जोन छह के जोनल अफसर राम शंकर समेत एलडीए के अन्य जिम्मेदार अधिकारी भी इस बारे में बोलने से बचने की कोशिश करते रहें।
यह भी पढ़ें- अवैध निर्माण नहीं रुक रहा तो तीन दिन में सील करें बिल्डिंग, “नोटिस टू फीनिशिंग” के खेल पर ब्रेक लगाने को LDA VC ने दिए जोनल अफसरों को निर्देश
एमसीबी पैनल के पास से आग लगने…
एडीसीपी मध्य राजेश श्रीवास्तव के मुताबिक बटलर कॉलोनी के पास होटल एक्जीक्यूटिव है। शनिवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे आग लगने की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को मिली थी। जिस पर दमकल की पांच गाड़ियां मौके के लिए रवाना की गई थी। होटल के प्रथम तल पर लगे एमसीबी पैनल के पास से आग लगने की बात सामने आई है।
यह भी पढ़ें- अब हजरतगंज के प्रिंस कांप्लेक्स में लगी भीषण आग, कई कार्यालय खाक, कोचिंग के बच्चों ने भागकर बचाई जान, बिल्डिंग में नहीं थे आग से निपटने के इंतजाम
आग लगने के दौरान दिल्ली और जौनपुर से आए यात्री कमरों में रुके हुए थे। जिन्हें दमकल कर्मियों ने पीछे के रास्ते से सीढ़ी लगाकर नीचे उतार लिया। इसके बाद राहत कार्य शुरू किया गया। करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग को काबू किया जा सका है। इस दौरान हजरतगंज फायर ब्रिगेड की पांच गाड़ियों के अलावा चौक से तीन व इंदिरानगर से दो गाड़ियां भी मौके पर पहुंची थी।
यह भी पढ़ें- अब हजरतगंज के कोचिंग सेंटर में लगी आग, छात्रों को किया गया रेसक्यू
एफएसओ हजरतगंज रामकुमार रावत ने बताया कि आग लगने की वजह शॉर्टसर्किट होना सामने आया है। होटल की लोकेशन काफी अंदर थी, इसके बारे में फायर विभाग को भी पता नहीं था। इसके अलावा होटल की ओर से भी कभी फायर एनओसी के लिए नहीं अप्लाई किया गया था। जांच में सामने आया है कि होटल में आग से निपटने के भी पर्याप्त इंतजाम नहीं थे। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए आगे की कार्रवाई की जा रही है।