आरयू ब्यूरो,लखनऊ/लखीमपुर खीरी। किसानों की हत्या के बाद लखीमपुर खीरी जा रहीं प्रियंका गांधी को हिरासत में लेने के लिए यूपी पुलिस का दम फूल गया। जैसे ही प्रशासन को पता चला कि प्रियंका गांधी ने रास्ता बदल दिया है, अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए। उन्हें हिरासत में लेने के लिए यूपी पुलिस को रातभर मशक्कत करनी पड़ी। लखीमपुर हिंसा मामले में प्रियंका गांधी और कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा को धारा 151 के तहत हिरासत में लिया। प्रियंका सीतापुर में ही पुलिस लाइन में में रखा गया। इस दौरान कांग्रेस महासचिव हिरासत कक्ष में ही झाड़ू लगाकर सफाई करती दिखीं, जिसका वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
वहीं इससे पहले किसानों के परिवार से मिलने जाने के दौरान पुलिस द्वारा प्रियंका को रोकने के लिए उनके साथ काफी धक्का-मुक्की भी की गई,जिसका प्रियंका ने न सिर्फ मुखर विरोध किया, बल्कि पुलिस को जमकर लताड़ भी लगाई। प्रियंका ने कहा मुझे वारंट दो। मुझे लीगल वारंट दो, वरना यहां से मैं ऐसे नहीं हिलूंगी। प्रियंका का कहना है कि उन्हें पुलिस ने घसीटा व धकेला भी । इस बीच, उनकी पुलिस के अधिकारियों के साथ तीखी बहस भी हुई, जिसका वीडियो वायरल हो गया है। इसमें प्रियंका गांधी यूपी पुलिस के अधिकारियों को लताड़ लगाते हुए कानून का पाठ पढ़ाया। प्रियंका के सवालों और गुस्से के आगे यूपी पुलिस के अधिकारी चुप्पी साधे रहे।
प्रियंका गांधी ने यूपी पुलिस के अधिकारियों को लताड़ लगाते हुए कहा कि ‘इसमें बिठा कर तुम मेरा अपहरण करोगे? ये है लीगल स्टेटस तुम्हारा। मत समझो कि मैं कुछ नहीं समझती….अरेस्ट करो खुशी से जाउंगी मैं। ये जो जबरदस्ती घेर रहे हो, ढकेल रहे हो न… इसमें फिजिकल असॉल्ट, अटेम्प्ट टू किडनैप, किडनैप, अटेम्प्ट टू मोलेस्ट…..समझते हो न। छू कर देखो मुझे, जाकर अपने अफसरों से, अपने मंत्रियों से वारंट लाओ। महिलाओं को आगे मत करो, महिलाओं से बात करना सीखो। तुम्हारे यहां कानून नहीं होगा……इस देश में कानून है। तुम मुझे घसीट कर, ढकेल कर यहां लाए हो। कोई हक नहीं है तुम्हे, कोई हक नहीं है।’
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प्रियंका ने आगे कहा कि’ ये धाराएं सब पर लगेंगी, सबके नाम के साथ लगेंगी। मैं उन लोगों से इम्पोर्टेंट नहीं हूं, जिन लोगों को तुमने मारा है…समझे। किस सरकार को तुम डिफाइन कर रहे हो। जिनको गाड़ी के नीचे कुचला है, मैं उनसे बड़ी नहीं हूं। मुझे वारंट दो। मुझे लीगल वारंट दो। यहां से मैं ऐसे नहीं हिलूंगी।
बता दें कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को हरगांव इलाके से हिरासत में लिए जाने के बाद पीएसी की सेकेंड वाहिनी में लाकर रखा गया है। इसकी सूचना पाकर मौके पर पहुंचे कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने गेट के बाहर धरना दिया।
जब नाश मनुज पर छाता है,
पहले विवेक मर जाता है।।राज्यसभा सांसद @deependerSHooda के साथ ये बर्ताव भाजपाई की कायरता का प्रतीक है और @priyankagandhi जी का डटकर खड़े हो जाना साहस का।
विजय साहस की होगी।#PriyankaGandhiwithFarmers#लखीमपुर_किसान_नरसंहार pic.twitter.com/OXtpuu2JE1
— Congress (@INCIndia) October 4, 2021