आरयू ब्यूरो, लखनऊ। हजरतगंज क्षेत्र में चार बेकसूरों की जान लेने वाले होटल लिवाना सूइट्स अग्निकांड में छठे दिन ही कार्रवाई कर दी गयी है। सीएम योगी के निर्देश पर जानलेवा होटल को बनवाने, बचाने व संचालन में मद्दगार पाए गए एक पीसीएस अफसर समेत पांच विभागों से जुड़े 15 अधिकारी, इंजीनियर व कर्मी को निलंबित कर दिया गया है।
लखनऊ पुलिस कमिश्नर व मंडलायुक्त की रिपोर्ट शनिवार की रात शासन पहुंचने पर इस अग्निकांड में दोषी मिले चार सेवानृवित्त अफसरों में से एक सीएफओ व एलडीए के तीन इंजीनियरों पर भी विभागीय नियमों के तहत आगे की कार्रवाई के लिए निर्देश दिए गए हैं, हालांकि कार्रवाई की लिस्ट सामने आते ही सवाल भी उठनें लगें हैं। कहा जा रहा है कि हत्यारे होटल को संरक्षण देने व बनवाने में दोषी एलडीए व अन्य विभागों में तैनात व पूर्व में जमें अफसर व कई इंजीनियरों पर कार्रवाई नहीं की गयी है। इनपर कृपा इनके रसूख व मजबूत जुगाड़ की वजह से बरसी है।
यह भी पढ़ें- लिवाना अग्निकांड में शासन से उठा LDA VC की कार्रवाई पर सवाल, अवैध निर्माण के लिए इंजीनियरों के अलावा और कोई दोषी नहीं है क्या?, सभी अधिकारी-कर्मियों की स्थिति करें स्पष्ट
सबसे ज्यादा दोषी मिलें एलडीए के इंजीनियर, अधिकारी व कर्मी
19 दोषियों में से सबसे अधिक आठ इंजीनियर व कर्मी एलडीए से संबंधित रहें हैं। इसके अलावा वर्तमान नियुक्ति से जुड़े पीसीएस अफसर महेंद्र कुमार मिश्रा को भी निलंबित किया गया है। वहीं गृह विभाग (अग्निशमन) के चार, जबकि ऊर्जा व आबकारी के तीन अधिकारियों को भी निलंबित किया गया है।
यह भी पढ़ें- करप्शन की बुनियाद पर खड़ा था आग लगते ही मौत के गैस चेंबर में तब्दील होने वाला होटल लिवाना, इंजीनियरों को दोषी मान LDA ने भेजी शासन को रिपेार्ट
योगी सरकार के प्रवक्ता की ओर से शुक्रवार रात मीडिया को बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर गृह विभाग के अंतर्गत सुशील यादव तत्कालीन अग्निशमन अधिकारी, योगेन्द्र प्रसाद अग्निशमन अधिकारी-द्वितीय, विजय कुमार सिंह मुख्य अग्निशमन अधिकारी, ऊर्जा विभाग के विजय कुमार राव सहायक निदेशक विद्युत सुरक्षा, राजेश कुमार मिश्रा उपखण्ड अधिकारी, जेई आशीष कुमार मिश्रा व नियुक्ति विभाग के महेंद्र कुमार मिश्रा पीसीएस (तत्कालीन विहित प्राधिकारी एलडीए) को निलंबित कर आगे की विभागीय कार्यवाही की जा रही।
यह भी पढ़ें- सात बेकसूरों की जान लेने वाले अग्निकांड की जांच को अफसरों ने बनाया मजाक, दोषियों पर कार्रवाई के लिए 50 महीना पड़ा कम, मंशा-क्षमता पर उठें सवाल, LDA से फाइल भी गायब!
इसके साथ ही एलडीए के तत्कालीन एई राकेश मोहन, वर्तमान में तैनात जेई जितेंद्र नाथ दुबे, तत्कालीन जेई रवींद्र कुमार श्रीवास्तव व जयवीर सिंह व चतुर्थ श्रेणी कर्मी (मेट) राम प्रताप, आबकारी विभाग के संतोष कुमार तिवारी तत्कालीन जिला आबकारी अधिकारी लखनऊ, अमित कुमार श्रीवास्तव तत्कालीन आबकारी निरीक्षक सेक्टर-1 लखनऊ तथा जैनेंद्र उपाध्याय उप आबकारी आयुक्त लखनऊ मण्डल को निलंबित करते हुए विभागीय कार्यवाही संस्थित की जाएगी।
यह भी पढ़ें- कांग्रेस ने कहा, चारबाग होटल अग्निकांड के दोषियों को बचाने का नतीजा है लिवाना में चार निर्दोषों की मौत, योगी सरकार पर भी साधा निशाना
तीन इंजीनियर एक सीफओ हो चुके रिटायर
अवकाश प्राप्त अफसर व इंजीनियरों के बारे मे प्रवक्ता ने बताया गृह विभाग के अन्तर्गत अभयभान पांडेय सीएफओ (सेवानिवृत्त), व एलडीए से अवकाश प्राप्त हो चुके हो चुके एक्सईएन अरुण कुमार सिंह, ओपी मिश्रा व जेई जीडी सिंह के खिलाफ संबंधित विभागों के प्रचलित नियमों के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।