आरयू वेब टीम।
मीटू कैंपेन के दौरान यौन शोषण के आरोपों में घिरे विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर ने अखिरकार बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। ऐसा कहा जा रहा है कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कहने पर इस्तीफा दिया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि उनके ऊपर लगे आरोपों से पार्टी की छवि खराब हो रही थी।
वहीं अपने बयान में अकबर ने कहा है कि मैं झूठे आरोपों को निजी तौर पर चुनौती दूंगा। इसलिए मुझे यह उचित लगा कि मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूं। साथ ही अकबर ने यह भी कहा कि मैं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का बेहद आभारी हूं कि उन्होंने मुझे देश की सेवा करने का अवसर दिया।
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बता दें कि प्रिया रमानी के खिलाफ एमजे अकबर के आपराधिक मानहानि मामले पर कल दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में सुनवाई होनी है। जबकि पांच राज्यों के आने वाले चुनावों में पार्टी की छवि को नुकसान न पहुंचे इसको सोचकर अकबर से इस्तीफा लिया गया है।
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वहीं दूसरी तरफ रमानी को ‘द एशियन एज’ में काम कर चुकीं 19 महिला पत्रकार सहकर्मियों का साथ मिला है, जबकि इस्तीफे के बाद प्रिया रमानी की पहली प्रतिक्रिया सामने आयी है। उन्होंने कहा है कि अकबर के इस्तीफे से हमारे आरोप सही साबित हुए हैं और हमें उस दिन का इंतजार है जिस दिन हमें कोर्ट से न्याय मिलेगा।