आरयू वेब टीम। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर के दौरे पर शनिवार को श्रीनगर पहुंचे। वहां हवाई अड्डे पर उप राज्यपाल मनोज सिन्हा और केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने उनकी अगवानी की। अपनी तीन दिवसीय यात्रा के दौरान शाह पहले दिन श्रीनगर में सुरक्षा संबंधी परियोजनाओं की समीक्षा करेंगे।
वहीं जम्मू-कश्मीर पहुंचने के बाद अमित शाह ने शहीद जवान परवेज अहमद डार के घर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। साथ ही कहा कि मुझे व पूरे देश को उनकी बहादुरी पर गर्व है। साथ ही शाह ने परिजनों से मुलाकात कर उनकी पत्नी को सरकारी नौकरी दी। इस दौरान गृह मंत्री ने कहा कि मोदी जी ने जो नए जम्मू-कश्मीर की कल्पना की है, उसको साकार करने के लिए यहां पुलिस पूरी तन्मयता से प्रयासरत है।
दरअसल पुलिस इन्स्पेक्टर परवेज अहमद जून में नमाज पढ़ने के लिए मस्जिद जा रहे थे तभी आतंकियों ने परवेज की हत्या कर दी थी। शाह की ये यात्रा ऐसे समय पर हो रही है जब कश्मीर में आतंकियों ने हाल के दिनों में आम नागरिकों को हमलों का निशाना बनाया है।
इस संबंध में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने स्थानीय मीडिया को बताया “शाह शनिवार को श्रीनगर में सुरक्षा और विकास संबंधी परियोजनाओं की समीक्षा करेंगे और रविवार को जम्मू में एक जनसभा करेंगे।” गृह मंत्री के केंद्र शासित प्रदेश के दौरे से पहले, श्रीनगर में कई यातायात प्रतिबंध लगाए गए हैं, जिनमें दोपहिया वाहन चलाने वालों को भी कड़ी सुरक्षा जांच का सामना करना शामिल है। इसके अलावा, सुरक्षा उद्देश्यों के लिए कुल 50 केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की टीमों को तैनात किया गया है।
यह भी पढ़ें- पुलिस अनुसंधान एंव विकास ब्यूरो के स्थापना दिवस पर बोले अमित शाह, पुलिस की छवि खराब करने की विपक्ष ने की कोशिश
गौरतलब है कि पांच अगस्त, 2019 को जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त कर दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित होने के बाद शाह की यह पहली यात्रा है। इससे पहले शाह ने 2019 में गृह मंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के ठीक बाद राज्य का दौरा किया था। उन्होंने तब अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा की समीक्षा की थी और केंद्रीय योजनाओं की प्रगति का जायजा लिया था।