अवैध प्‍लॉटिंग पर कार्रवाई कर रही LDA की टीम पर ‘पिक एंड चूज’ का आरोप लगा दबंगों ने किया हमला, JCB चालक की मौत

सिंगल टेबल क्लीयरेंस डे

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। प्रबंध नगर में अवैध प्‍लॉटिंग पर कार्रवाई के दौरान गुरुवार को दबंगों ने एलडीए की टीम पर नारेबाजी करते हुए हमला बोल दिया। दबंग व उसके समर्थकों की भीड़ का आरोप था कि एलडीए खास मकसद से ‘पिक एंड चूज’ वाली कार्रवाई कर रहा है। घेराव व हमले के दौरान इंजीनियरों की टीम मौके से जान बचाकर भाग निकली, लेकिन बेकाबू हो रही भीड़ में पीछे छूटे जेसीबी चालक मोहम्‍मद ताहिर की कुछ दूर जाने पर ही हालत बिगड़ गयी। आनन-फानन में उसे ट्रामा सेंटर पहुंचाया गया, हालांकि तब तक ड्राइवर की मौत हो चुकी थी।

पुलिस ने चालक के शव को पोस्‍टमॉर्टम के लिए भेजने के साथ ही प्‍लॉटिंग कराने वाले अभिषेक मित्‍तल व अन्‍य के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए अपनी जांच शुरू कर दी है। दूसरी ओर ताहिर की मौत से परिजनों में कोहराम मचा है। समझा जा रहा है कि चालक की मौत हार्ट अटैक से हुई होगी, हालांकि मौत का वास्‍तविक कारण पोस्‍टमॉर्टम रिपोर्ट आने पर ही स्‍पष्‍ट हो पाएगा।

एलडीए के अधिकारियों के अनुसार अभिषेक मित्‍तल ने प्रबंध नगर के घैला गांव स्थित रूकमणि विहार में करीब 15 एकड़ जमीन पर अवैध तरीके से प्‍लॉटिंग कर ली थी। आज अपरान्‍ह करीब 12 बजे एई एसएन प्रसाद, जेई संजय मिश्रा व ज्ञानेश्‍वर सिंह जोन चार के प्रवर्तन दल के अन्‍य सदस्‍यों व मड़ियांव पुलिस के साथ प्‍लॉटिंग पर कार्रवाई के लिए पहुंचे थे। घंटेभर चलने के बाद कार्रवाई लगभग पूरी हो रही थी कि इस बीच अभिषेक मित्‍तल अपने साथियों के साथ वहां पहुंचकर हंगामा करने लगा। कुछ ही देर में ग्रामीण, किसान व प्‍लॉटिंग कराने वाले अन्‍य लोगों की भीड़ ने भी मौके पर पहुंचकर एलडीए के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। भीड़ में कुछ ऐसे किसान भी शामिल थे जिनका घैला गांव के मुआवजे को लेकर एलडीए से विवाद चल रहा।

सालभर पहले हुआ आदेश, अब वसूली के लिए दहशत बनाने को हो रही कार्रवाई

एलडीए की कार्रवाई से नाराज लोगों का आरोप था कि क्षेत्रिय इंजीनियर पहले अवैध प्‍लॉटिंग कराते है और फिर दहाशत बनाने व वसूली की रकम बढ़ाने के लिए ‘पिक एंड चूज’ के तहत कार्रवाई कर रहें है। वहीं ग्रामीणों की मानें तो अभिषेक मित्‍तल की प्‍लॉटिंग को अवैध बताते हुए उसे ढहाने का आदेश पिछले साल नवंबर में ही तत्‍कालीन विहित प्राधिकारी ने किया था, लेकिन साल भर तक इंजीनियरों ने न सिर्फ अभिषेक मित्‍तल की प्‍लॉटिंग पर कार्रवाई नहीं की, बल्कि आसपास के इलाकों में हो रहे अन्‍य अवैध निर्माणों को भी फलने-फूलने दिया।

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इंजीनियरों पर आरोपों की बौछार कर रही बेकाबू भीड़ को समय रहते मड़ियांव पुलिस ने कुछ हद तक संभाला, इस बीच मौका देख इंजीनियर व सुपरवाइजरों की टीम जान बचाकर अपने वाहनों से आइआइएम रोड की ओर भाग निकली, जबकि भीड़ में पीछे छूटा चालक ताहिर अली जेसीबी लेकर हड़बड़ी में घैला गांव की ओर ही बढ़ने लगा, तभी उसकी हालत बिगड़ गयी। जेसीबी पर ही मौजूद हेल्‍पर की सूचना पर मौके पर पहुंची मड़ियांव पुलिस ने ताहिर अली को ट्रामा सेंटर पहुंचाया, जहां जांच के बाद डॉक्‍टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

चालक की मौत का पता चलते ही जोन चार के प्रभारी अरुण कुमार सिंह, एक्‍सईएन पीएस मिश्रा समेत एलडीए के कई अफसर, इंजीनियर व कर्मी ट्रामा सेंटर पहुंचे और चालक के रोते-बिलखते परिजनों को हर संभव सहायता का आश्‍वासन दिया।

परिजन, कर्मचारियों में नाराजगी

दूसरी ओर चालक की मौत से उसके परिजन व सहकर्मियों में अधिकारियों के प्रति नाराजगी थी। सहकर्मियों का आरोप था कि करीब 58 वर्षीय ताहिर अली की आज तबियत पहले से ही ठीक नहीं चल रही थी, इसके बावजूद न सिर्फ उससे जेसीबी चलवाई गयी, बल्कि साथ लेकर जाने वाले इंजीनियर ही मुसीबत आने पर साथ छोड़कर भाग निकले। ताहिर के अधिकारियों ने थोड़ी समझदारी दिखाई होती तो आज वह जिंदा होता।

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कुछ दिनों पहले ही प्रवर्तन जोन चार का प्रभारी संभालने वाले ओएसडी अरुण कुमार सिंह ने ताहिर अली की मौत अफसोस व्‍यक्‍त करते हुए कहा है कि अभिषेक मित्‍तल व अन्‍य के खिलाफ मड़ियांव कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया है। इस पूरे मामले में किस स्‍तर से गड़बड़ी हुई उसकी जांच कराने के साथ ही ताहिर के परिजनों की हर संभव सहायता की जाएगी।

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वहीं एलडीए कर्मचारी संघ के अध्‍यक्ष शिव प्रताप सिंह ने सेवानिवृत्‍त जज की कमेटी से मामले की जांच कराकर कार्रवाई की मांग की है। शिव प्रताप सिंह के अनुसार पहले भी अवैध निर्माण पर कार्रवाई के दौरान एक अन्‍य जेसीबी चालक की दबने से मौत हो चुकी है। इस तरह से कर्मचारियों की बार-बार जान जाना अफसरों की चूक को दर्शाता है। अधिका‍रियों ने मृतक के परिजनों की सहायता, दोषियों पर कार्रवाई व इस तरह की घटना भविष्‍य में रोकने के लिए कदम नहीं उठाया तो कर्मचारी संघ बैठक कर आगे की रणनीति तय करेगा।

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