स्‍मृति अपार्टमेंट के फ्लैट में आग लगने से लाखों का सामान खाक, फिर सामने आई LDA इंजीनियरों की मनमानी, आवंटियों में रोष, देखें वीडियो

स्मृति अपार्टमेंट में आग
आग बुझाने की कोशिश करते आवंटी।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्‍यक्ष बदलते रहतें हैं, लेकिन इंजीनियरों की कार्यशैली सुधारने में भी फेल ही रहते हैं। जिसका खामियाजा लाखों-करोड़ों खर्च कर एलडीए के फ्लैट-प्‍लॉट लेने वाले आवंटियों को भुगतना पड़ता है। यह बात आज कुर्सी रोड स्थित स्‍मृति अपार्टमेंट के एक फ्लैट में आग लगने के बाद फिर सही साबित हुई है। फ्लैट में आग लगने से जहां घर की गृहस्‍थी समेत लाखों रुपए का अन्‍य सामान जलकर राख हो गया। वही तमाम मिन्‍नतों व अधिकारियों के आदेश के बाद भी अपार्टमेंट में फायर फाइटिंग चालू नहीं कराने के चलते आवंटियों में अपनी जान-माल की सुरक्षा को लेकर चिंता और एलडीए के लापरवाह इंजीनियर व अधिकारियों के प्रति रोष व्‍याप्‍त है।

यह है मामला-

स्‍मृति अपार्टमेंट के डी ब्‍लॉक के सातवें फ्लोर पर अशोक सिंह का फ्लैट है। हाल ही में उन्‍होंने इसे नीरजा शर्मा को किराये पर दिया था। एनजीओ संचिलका नीरजा शर्मा आज अपरान्‍ह करीब 12 बजे फ्लैट में ताला बंदकर काम से बाहर गयीं थीं। दोपहर करीब डेढ़ बजे फ्लैट से धुंआ और आग की लपटे निकलती देख अपार्टमेंट में हड़कंप मच गया। पड़ोसियों ने नीरजा शर्मा को घटना की जानकारी देने के साथ ही फ्लैट का ताला तोड़कर पानी की पाइप व बाल्‍टी के सहारे लगभग एक घंटे की मशक्‍कत से आग पर काबू पाया। हालांकि तब तक फ्लैट में रखे फर्नीचर, एसी, वाशिंग मशीन व लैपटॉप समेत तमाम कीमती सामान जलकर नष्‍ट हो चुके थे। नीरजा शर्मा के अनुसार उनका करीब सात लाख रुपये का नुकसान हुआ है। फायर फाइटिंग सिस्‍टम ठीक रहते तो इससे न सिर्फ समय रहते लोगों को घटना का पता चल जाता, बल्कि आग को भी जल्‍दी बुझाकर इतना नुकसान होने से बचाया जा सकता था।

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नहीं लगा 112, आग बुझने के बाद पहुचें फायर ब्रिगेड

आग लगने के बाद आवंटियों ने 112 डायल कर इसकी सूचना फायर ब्रिगेड को देनी चाहिए लेकिन कॉल ही नहीं लग सका। वहीं आग की लपटे देख पड़ोस के सृष्टि अपार्टमेंट के आवंटी भी राहत व बचाव के लिए घटनास्‍थल पहुंचे। जिसके बाद आवं‍टी विवेक शर्मा ने यूपी पुलिस को अपार्टमेंट का वीडियो टैग करते हुए ट्विट कर इसकी जानकारी दी। हालांकि इसके बाद भी फायर ब्रिगेड के जवानों को पहुंचने में करीब एक घंटे का समय लग गया, इससे पहले ही आवंटियों ने अपने फ्लैट से पाइप लगाकर व बाल्‍टी से पानी डालकर आग पर काबू कर लिया था।

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इंस्‍पेक्‍टर गुड़बा नीतीश कुमार श्रीवास्‍तव ने बताया कि अपार्टमेंट में फायर फाइटिंग के इंतजाम नहीं थे। प्रथम दृष्‍टतया आग लगने की वजह शार्टसर्किट लग रही है, हालांकि पुलिस अन्‍य बिंदुओं पर भी जांच कर रही है। अभी इस बारे में किसी ने तहरीर नहीं दी है।

एलडीए वीसी को दी जानकारी, इंजीनियर भी नहीं आएं

स्‍मृति अपार्टमेंट रेसीडेंट एसोसिएशन के अध्‍यक्ष विकास सिंह ने बताया कि उन्‍होंने पूर्व की शिकायतों का हवाला देते हुए आज आग लगने के बाद इसकी जानकारी एलडीए वीसी इंद्रमणि त्रिपाठी को भी फोन पर दी, लेकिन इसके बावजूद वीसी तो दूर कोई अपार्टमेंट के कामों का टेंडर कराने वाले इंजीनियर भी घटनास्‍थल पर आवंटियों का हाल जानने नहीं आए। इससे पता चलता है कि एलडीए के अधिकारी व इंजीनियरों में आवंटियों और अपनी जिम्‍मेदारियों के प्रति कितनी संवेदनशीलता व गंभीरता है।

कमिश्‍नर के सामने लगाई गुहार, लेकिन अफसरों ने नहीं माना अध्‍यक्ष का भी आदेश

विकास सिंह के अनुसार वह तीन सालों से इंजीनियरों व अधिकारियों के सामने फायर फाइटिंग चालू कराने समेत अपने अन्‍य समस्‍याओं को लेकर मिन्‍नतें कर रहें, लेकिन अधिकारी मनमानी करने से बाज नहीं आ रहे हैं। उन लोगों ने दिसंबर में एलडीए में आयोजित नगरिक सुविधा दिवस में लखनऊ की कमिश्‍नर व एलडीए अध्‍यक्ष डॉ. रोशन जैकब से भी फायर फाइटिंग सिस्‍टम चालू कराने समेत 20 सूत्रीय मांगों का प्रार्थना पत्र दिया था। जिसके बाद कमिश्‍नर ने एलडीए के अधिकारियों को भी जल्‍द से जल्‍द से समस्‍या दूर कराने का आदेश दिया था, लेकिन उसके बाद भी हालात नहीं सुधरे।

कूड़े में चली गयी बैठक की कार्यवृत्‍त

विकास सिंह के अनुसार इससे पहले भी तत्कालीन वीसी अभिषेक प्रकाश ने साल 2021 में अपार्टमेंट का निरीक्षण करने के साथ ही बैठक कर इंजीनियरों से समस्‍याओं को ठीक कराने का आदेश दिया था। बैठक की कार्यवृत्‍त के अनुसार तत्कालीन एक्‍सईएन केके बंसला को फायर फाइटिंग सिस्‍टम चालू कराना था, लेकिन आवंटियों के बार-बार गुहार लगाने पर भी उन्‍होंने ऐसा नहीं किया। वहीं वर्तमान में स्‍मृति अपार्टमेंट का काम देखने वाले अधिशासी अभियंता नवनीत शर्मा तो तमाम शिकायतों के बाद भी कभी अपार्टमेंट में झांकने नहीं आए, जबकि 12 साल बीतने के बाद भी आज तक अपार्टमेंट के कामों को इंजीनियर पूरा नहीं करा सके हैं।

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मौके पर मौजूद लखनऊ जनकल्‍याण महासमिति के उपाध्‍यक्ष विवेक शर्मा ने भी घटना पर रोष जताते हुए दोषी इंजीनियरों पर कार्रवाई की मांग की है। विवेक शर्मा ने बताया कि सृष्टि के साथ स्‍मृति अपार्टमेंट के आवंटी भी एलडीए के अधिकारियों की मनमानी का खामियाजा भुगत रहें हैं। अपार्टमेंट में फायर फाइटिंग अधूरा लगाया गया है। फायर फाइटिंग सिस्‍टम से न तो पानी की मोटर को जोड़ गया है और न ही इलेक्ट्रिक पैनल लगाए गए हैं। पैनल को लगाने की जगह इंजीनियरों ने इसे प्‍लास्टिक से ढ़क दिया है, जबकि पूर्व में तत्‍कालीन एलडीए वीसी अभिषेक प्रकाश ने निरीक्षण के दौरान इसके लिए एक्‍सईएन केके बंसला को फटकार लगाते हुए लगवाने का निर्देश दिया था, लेकिन इसके बाद भी आज तक फायर फाइटिंग सिस्‍टम नहीं चालू कराकर एलडीए के अधिकारी आवंटियों के माल के साथ ही उनकी जान से खिलवाड़ कर रहे हैं, जबकि इसी तरह की एक लापरवाही के चलते लिफ्ट बंद होने पर एक आवंटी की पहले ही जान जा चुकी है, लेकिन अधिकारी है कि सुधरने का नाम नहीं ले रहें हैं।

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वहीं एलडीए के एसई एके सिंह का कहना है कि आज वह शहर से बाहर है। स्‍मृति अपार्टमेंट में किस वजह से फायर फाइटिंग सिस्‍टम शुरू नहीं हो सका है। इस बारे में कल एक्‍सईएन से जानकारी कर जल्‍द ही इसे ठीक कराया जाएगा।