आरयू ब्यूरो, लखनऊ/मथुरा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के साथ संयुक्त रूप से वृंदावन में देश की बेटियों को पहला बालिका सैन्य विद्यालय समर्पित किया। इस दौरान रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में निमंत्रण को लेकर विपक्ष के नेताओं पर तंज कसा। योगी ने कहा है कि जो लोग पहले अयोध्या जाने से संकोच करते थे, अब वही शिकायत कर रहे हैं कि उन्हें निमंत्रण पत्र नहीं मिला है।
सीएम ने कहा कि समाज को अगर सशक्त और सामर्थ्यवान होना है, तो नारी शक्ति की सुरक्षा, उनके सम्मान और स्वावलंबन के बिना यह संभव नहीं है। देश के अंदर सैनिक स्कूलों की परंपरा उत्तर प्रदेश में 1960 में प्रारंभ हुई थी, जब डॉक्टर संपूर्णानंद जी मुख्यमंत्री थे। योगी ने कहा कि आज सैनिक स्कूल हमारे बालक-बालिकाओं के मन में सेना का अनुशासन ला रहा है।
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साथ ही जीवन का ये अनुशासन और सैन्य शक्ति का अनुशासन हम सबको आगे बढ़ाने में मदद करेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने हमारे सामने विकसित भारत का जो लक्ष्य रखा है, उसे 2047 तक हम जरूर प्राप्त कर लेंगे। विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए हम सबको एकजुट होकर कार्य करना होगा। योगी ने कहा कि आपने देखा 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री मोदी अयोध्या में पहुंचे थे। पहले जो अयोध्या का इंफ्रास्ट्रक्चर था। वहां की सड़कें, एक सिंगल रेल लाइन जाती थी। वहां पर हमने फोरलेन की कनेक्टिविटी चारों तरफ से दे दी है।