आरयू ब्यूरो, लखनऊ। हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी के हत्या का खुलासा व हत्या की साजिश रचने में शामिल तीन लोगों को 24 घंटें से भी कम समय में गिरफ्तार करने वाली यूपी पुलिस अब तक हत्यारों तक नहीं पहुंचे सकी है।
वहीं सोमवार को इस सनसीखेज और पुलिस के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण बने हत्याकांड में शामिल गुजरात के सूरत निवासी मुख्य हत्यारोपित पठान मोइनुद्दीन अहमद व असफाक हुसैन पर डीजीपी ओपी सिंह ने ढाई-ढाई लाख रुपए के इनाम की घोषणा की है। इन हत्यारों की पहचान रविवार को लालबाग स्थित होटल खालसा इन में लगे सीसीटीवी कैमरें से भी हो चुकी है। दूसरी ओर आज पुलिस कमलेश तिवारी हत्याकांड की साजिश रचने वाले आरोपितों को गुजरात से लेकर राजधानी लखनऊ आ गयी है। आरोपितों को आज सुबह फ्लाइट से लखनऊ लाया गया है।
इन सबके बीच हत्यारों के शाहजहांपुर में देखे जाने की बात कही जा रही है। इस संबंध में एक वीडियो भी सामने आया है। पुलिस की टीमें शाहजहांपुर के साथ ही आसपास के जिलों पर विशेष ध्यान दे रहीं हैं।
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बताते चलें कि मोइनुद्दीन व असफाक द्वारा हत्या में इस्तेमाल चाकू, घटना को अंजाम देने के दौरान पहने गए कपड़े समेत कई अन्य सामान लखनऊ पुलिस शनिवार की देर रात खालसा इन से पहले ही बरामद कर चुकी है।
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पुलिस हत्या का खुलासा करने के साथ ही तीन साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार करने के अलावा घटना से ठीक पहले के सीसीटीवी फुटेज में हत्यारों के साथ नजर आ रही महिला को भी तलाश चुकी है, लेकिन पुलिस के साथ-साथ योगी सरकार के लिए भी चुनौती बने कमलेश तिवारी हत्याकांड में शूटरों का पकड़ा जाना अब भी पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है।
हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की करीब दर्जनभर टीमों के अलावा, एसटीएफ और एटीएस की टीमें भी यूपी समेत देश के कई राज्यों के जिलों में चक्कर काट रहीं हैं।