काशी पहुंचकर बोले योगी, वाराणसी के इरी सेंटर का एशिया-अफ्रीका के लिए चावल अनुसंधान करना गौरव की बात

इरी सेंटर
धान के बारे में जानकारी करते सीएम साथ में वरिष्ठ अधिकारी, मंत्रीगण व वैज्ञानिक।

आरयू ब्‍यूरो, 

वाराणसी। शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचें। यहां उन्‍होंने अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान केंद्र (इरी) का भ्रमण कर आगामी 29 दिसंबर को प्रधानमंत्री के प्रस्तावित कार्यक्रम के व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया।

इरी सेंटर के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने कृषि वैज्ञानिकों से काला नमक प्रजाति, राजरानी, बादशाह पसंद व ब्लैक राइस के उत्पादन क्षमता को बढ़ाए जाने पर विशेष जोर देने को कहा। योगी आगे बोले कि इससे पूर्वांचल सहित पूरे उत्तर प्रदेश के किसानों को फायदा मिलेगा। साथ ही यूपी का ग्रोथ रेट भी बढ़ सकेगा।

वहीं योगी ने कहा कि वाराणसी का इरी सेंटर दुनिया में पहला है, इसकी मुख्य शाखा फिलीपींस में है। साथ ही ये सेंटर पूरे एशिया व अफ्रीका के लिए काम करेगा, जो उत्‍तर प्रदेश के अलावा पूरे देश के लिए गौरव की बात है।

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इरी सेंटर
आधुनिक मशीनों का निरीक्षण करते योगी आदित्यनाथ।

उन्‍होंने आगे कहा कि इसमें चावल के वैल्यू एडड पर रिसर्च होगी। धान की पैदावार बढ़ाने, उसकी गुणवत्ता बढ़ाने, खाने में स्वादिष्ट, खुशबूदार, पौष्टिकतायुक्‍त आदि पर रिसर्च होगी। विभिन्न वैरायटी के धान से अच्छे जीन लेकर नई वैरायटी निकालने पर काम किया जाएगा।

योगी आदित्यनाथ ने काला नमक धान का उल्लेख करते हुए भी आज कहा कि इसकी उत्पादकता और गुणवत्ता बढ़ाने तथा प्रदेश एवं देश के विभिन्न क्षेत्रों की जलवायु के अनुसार पैदावार होने पर काम करने का सुझाव दिया। वहीं ईरी सेंटर के लैवो, मीटिंग हॉल को देखा और अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों से वार्ता कर चावल अनुसंधान के बारे में विस्तार से वार्ता की।

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इस दौरान केंद्रीय रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा, प्रदेश के विधि-न्याय, युवा कल्याण, खेल एवं सूचना राज्य मंत्री नीलकंठ तिवारी, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं पर्यटन अवनीश कुमार अवस्थी, जिलाधिकारी सुरेंद्र सिंह, ईरी के निदेशक यूएस सिंह, प्रोजेक्ट मैनेजर साउथ एशिया टीसी डोडीयाल के अलावा कई वैज्ञानिक भी मौजूद रहें।