आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती के भाजपा सरकार पर दलितों पर अत्याचार करने के आरोप लगाने के बाद भाजपा के मोहनलालगंज सांसद व अनुसूचित मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कौशल किशोर ने बसपा अध्यक्ष पर जमकर हमला बोला है।
बीजेपी के प्रदेश मुख्यालय पर आयोजित एक प्रेसवार्ता में कौशल किशोर ने रविवार को कहा कि मायावती का कहना है कि दलितों को न्याय नहीं मिल रहा है, जबकि दलित, जनजाति, गरीब और पिछडों को जितना लाभ भाजपा नेतृत्व वाली देश व प्रदेश सरकार में हो रहा है उतना पहले कभी नहीं हुआ। इसी से घबराकर मायावती एक सुनियोजित षडयंत्र रचकर बीजेपी को बदनाम करने का प्रयास कर रही है।
योगी सरकार के दलितों के हित में किए गए कामों को गिनाते हुए कौशल किशोर ने कहा कि मायावती को दलित हितों की चिंता हो रही है तो वह सपा से हाथ क्यों मिला रही हैं, जिसके नेताओं ने दलितों का सबसे ज्यादा उत्पीड़न किया था। जिसकी सरकार में दलित हितों को दफन कर दिया गया था। दलित अधिकारी पूरी तरीके से साइडलाइन कर दिए गए थे। जो दलित महापुरूषों के स्मारक तोड़ने की बात करते थे।
जान बचाने के साथ ही तीन बार बनाया सीएम
गेस्ट हाउस कांड का जिक्र करते हुए कौशल किशोर ने कहा कि मायावती को याद रखना चाहिए कि जब सपाईयों ने उनकी जान लेने की कोशिश की तो भाजपा ने उन्हें बचाया था। साथ ही तीन बार समर्थन देकर उन्हें मुख्यमंत्री भी बनाया था।
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देश में भ्रम पैदा कर रही मायावती
सांसद ने बसपा सुप्रीमो पर आरोप लगाते हुए कहा कि मायावती देश में भ्रम पैदा कर रहीं है कि बीजेपी दलित एक्ट को प्रभावित कर रही, है जबकि भाजपा किसी भी कीमत पर दलित एक्ट को कमजोर करने के पक्ष में नहीं है और इसका प्रमाण है कि मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर पुनर्विचार याचिका दाखिल की। दलितों के अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए मोदी सरकार एवं योगी सरकार संकल्पित है।
मायावती सरकार में हुआ एससी-एसटी आयोग कमजोर
बसपा अध्यक्ष पर हमला जारी रखते हुए अनुसूचित मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि एससी-एसटी आयोग को उत्तर प्रदेश में कमजोर करने का काम मायावती सरकार में हुआ। दलितों का सबसे ज्यादा नुकसान मायावती ने किया। इतना ही नहीं मायावती ने बाबा साहब के मिशन को भी पीछे छोड़ा। प्रेसवार्ता के दौरान भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव, प्रदेश प्रवक्त राकेश त्रिपाठी समेत अन्य लोग भी मौजूद रहें।