आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। राजधानी के काकोरी इलाके में आज सुबह बदमाशों ने भाजपा के बूथ अध्यक्ष की बेरहमी से हत्या कर दी। हत्या के बाद बूथ अध्यक्ष की लाश बाग के एक पेड़ से लटकती हुई मिली। हत्यारों ने घटना को उस समय अंजाम दिया जब बूथ अध्यक्ष अपनी कोचिंग में पढ़ाने जा रहे थे।
घटना की जानकारी लगने पर क्षेत्रिय पुलिस के अलावा मोहनलालगंज के भाजपा सांसद कौशल किशोर व एएसपी डॉ सतीश कुमार भी पहुंचे। पुलिस शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने के साथ ही घटना की पड़ताल कर रही हैं। वहीं मृतक के परिजनों ने किसी से भी रंजिश नहीं होने की बात कहकर पुलिस की उलझन और बढ़ा दी।
हालांकि दोपहर होते-होते मृतक की पत्नी विश्व कांति रावत ने तहरीर देकर पड़ोसी गांव अजमतनगर निवासी विशाल यादव और उसके साथियों पर हत्या करने का आरोप लगाते हुए काकोरी थाने में संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कराया।
बताया जा रहा है कि काकोरी के करधन गांव निवासी बिहारी लाल रावत (45) काकोरी में कोचिंग चलाते हैं। सुबह करीब साढ़े सात बजे वह अपनी साइकिल से कोचिंग जाने के लिए निकले थे। बिहारी लाल के घर से निकलने के बाद उनका बेटा आशीष भी साइकिल से पढ़ने जा रहा था।
सड़क पर मिली साइकिल और खून के सहारे लाश तक पहुंचे परिजन
घर से करीब एक किलोमीटर दूर पहुंचने पर आशीष ने अपने पिता की साइकिल और खून सड़क पर पड़ा देख किसी अनहोनी की आशंका से उन्हें आस-पास आवाज लगाई, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद बेटे ने उनके मोबाइल फोन पर कॉल कि तो वह भी स्वीच ऑफ था। जिसपर आशीष ने इसकी जानकारी घर पर दी।
घात लगाएं हत्यारों ने दिया घटना को अंजाम!
सूचना पाकर मौके पर पहुंचे घरवालों ने खोजबीन की तो साइकिल से करीब सौ मीटर की दूर पर आम के बाग में पेड़ से मफलर के सहारे बिहारी लाल की लाश लटकती हुई मिली। बिहारी लाल का पैर जमीन पर था, जबकि सिर समेत शरीर के अन्य हिस्सों से खून निकल रहा था। समझा जा रहा है कि पहले से घात लगाएं हत्यारों ने सड़क पर उन्हें रोककर पीटने के साथ ही डंडों से पीटते हुए सौ मीटर की दूरी पर स्थित बाग में ले गए होंगे। रास्ते में मिला उनका मफलर और जगह खून के कतरे और संघर्ष के निशान भी इस बात की गवाही दे रहे थे।
तीन से चार रही होगी हत्यारों की संख्या
घटनास्थल पर करीब आधा दर्जन आम और यूकिल्प्टिस के डंडे पड़े थे, जिससे आशंका जताई जा रही थी कि कम से कम तीन से चार हत्यारों ने बिहारी लाल की पीट-पीटकर हत्या करने के बाद शव को पेड़ से लटका दिया होगा। हालांकि उसकी मौत पिटाई से हुई या फिर फंदे पर लटकने से इसकी पुष्टि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से हो पाएगी। वहीं उनका मोबाइल और पर्स भी मौके से गायब था।
RSS से भी जुड़े थे
गांववालों के अनुसार बिहारी लाल राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (आरएसएस) से भी जुड़ें थे। उन्हें काकोरी खण्ड का धर्म प्रचारक बनाया गया था। हत्या की जानकारी लगने पर भाजपा नेताओं के साथ ही संघ से जुड़ें लोग भी उनके घर पहुंचे।
ग्रामीणों ने कहा सीधे थे बिहारी लाल
मौके पर जुटे गांव वाले बिहारी लाल की हत्या से स्तब्ध थे। लोगों का कहना था कि वह किसी से नहीं उलझते थे। गांववालों के प्रति उनका व्यवहार भी अच्छा था। बिहारी लाल के घर में उनकी मां व पत्नी के अलावा दो बेटे भी हैं, सभी का रो-रोकर बुरा हाल था।
वहीं बाद में मिली जानकारी के अनुसार मुकदमा दर्ज करने के कुछ घंटे बाद ही पुलिस ने नामजद आरोपित को धर दबोचा। रात तक पुलिस विशाल यादव से पूछताछ कर रही थी। शुरूआती पूछताछ में हत्या के पीछे लेनदेन की बात सामने आई थी।
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बिहारी लाल भाजपा के बूथ अध्यक्ष होने के साथ ही कर्मठ व्यक्ति थे। मौके पर पहुंची पुलिस को घटना का जल्द ही खुलासा करने का निर्देश दिया गया है। पुलिस ने एक से दो दिन में मामले का खुलासा करने को कहा है। इसके साथ ही मृतक की पत्नी और भाईयों ने किसी से भी रंजिश होने की बात से इंकार किया है। कौशल किशोर, सांसद मोहनलालगंज
पत्नी की तहरीर पर आरोपित समेत उसके दोस्तों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए पुलिस उनकी तलाश कर रही है। फिलहाल पत्नी ने विशाल के हत्या करने का कारण नहीं बताया है। पुलिस रंजिश समेत अन्य बिन्दुओं पर जांच कर रही है। डॉ. सतीश कुमार, एएसपीआरए