आरयू वेब टीम। केरल के कोझिकोड में दुर्घटनाग्रस्त हुए एयर इंडिया एक्सप्रेस विमान के पायलट को खराब मौसम की स्थिति के बारे में सूचना दी गई थी। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) प्रमुख अरुण कुमार ने कहा है कि मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों के अलावा देर से टचडाउन का होना भी विमान के क्रैश होने का कारक हो सकता है।
एक रिपोर्ट में डीजीसीए प्रमुख अरूण कुमार के हवाले से खुलासा करते हुए कहा गया है कि दोनों पायलटों को खराब मौसम और टेलवॉन्ड्स के बारे में सतर्क किया गया था जो कि ” उचित सीमा के दायरे” में था।
डीजीसीए प्रमुख कुमार ने मीडिया से कहा है कि एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) ने पायलटों को मौसम की स्थिति के बारे में जानकारी दी थी।…कमांडर द्वारा फोन किया गया था कि उन्हें इधर-उधर जाना है या लैंड करना है।”
वहीं, एक अन्य रिपोर्ट में अरूण कुमार के हवाले से कहा गया है कि विमान ने देर से टचडाउन किया था, जबकि रनवे एक बड़े विमान के लिए काफी लंबा था। एचटी ने कुमार के हवाले से कहा, “हम बहुत कुछ नहीं जानते हैं, वास्तविक जांच जारी है। हम सभी इस समय जानते हैं कि टचडाउन देर से हुआ।”
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इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि विमान खराब मौसम की वजह से रनवे की लंबाई से एक किलोमीटर नीचे उतर गया। जांच इस पहलू को लेकर की जा रही है, क्योंकि भींगे रनवे पर देरी से टचडाउन ने विमान के ब्रेक को प्रभावित किया होगा। डीजीसीए प्रमुख ने कहा कि दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए जांच जारी है और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर को खंगाला जा रहा है।
एयर इंडिया एक्सप्रेस का विमान ‘वंदे भारत मिशन’ के तहत दुबई से कालीकट लौट रहा था। विमान में कुल 191 लोग सवार थे। बीते शुक्रवार की शाम करीब 7:41 बजे लैंडिंग के वक्त विमान रनवे पर फिसल गया था। कोझिकोड़ विमान हादसे में दोनों पायलटों समेत कुल 18 लोगों की मौत हुई थी।