आरयू ब्यूरो, लखनऊ। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के बीच राजस्थान के कोटा में फंसे छात्र-छात्रों को लेने गई करीब सौ बसें शनिवार को झांसी पहुंच गईं। प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने कोटा में फंसे स्टूडेंट्स को निकालने के लिए शुक्रवार को आगरा से 200 बसें और झांसी से सौ बसें कोटा भेजी थीं।
कोटा से उत्तर प्रदेश लौटे सभी छात्र-छात्रों की स्क्रीनिंग होगी और उसके बाद उन्हें उनके गृहनगर भेजा जाएगा। वहीं सीएम योगी के इस कदम पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तारीफ की है। अशोक गहलोत ने कहा है कि अन्य राज्य सरकारों को भी यहां फंसे छात्रों को वापस ले जाने की पहल करनी चाहिए। अशोक गहलोत ने कहा कि कोटा में लॉकडाउन की वजह से फंसे छात्र दहशत में न आएं और न ही अवसाद की स्थिति से ग्रस्त हों, इसके लिए जरूरी है कि इन छात्रों को संबंधित राज्य सरकारें वापस बुलाएं।
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वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की तरह लॉकडाउन के दौरान छात्रों को वापस बुलाने के पक्ष में नहीं हैं। नीतीश कुमार ने कहा था कि कोटा में पढ़ने वाले छात्र संपन्न परिवार से आते हैं। अधिकतर अभिभावक अपने बच्चों को साथ रहते हैं, फिर उन्हें क्या दिक्कत है, जो गरीब अपने परिवार से दूर बिहार के बाहर हैं फिर तो उन्हें भी बुलाना चाहिए। लॉकडाउन के बीच मे किसी को बुलाना गलत है।
गौरतलब है कि कोटा में कोरोना वायरस के अब तक छह मामले सामने आए हैं। देशभर से बच्चे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए कोटा जाते हैं।