आरयू ब्यूरो, लखनऊ। लखनऊ विकास प्राधिकरण ने राजधानी लखनऊ में बड़ी कार्रवाई करते हुए माफिया व पूर्वांचल के बाहुबलि बसपा विधायक मुख्तार अंसारी की दो बिल्डिंगों को जमीदोज कर दिया है। गुरुवार सुबह हुई इस कार्रवाई में एलडीए ने मात्र डेढ़ घंटें का समय लगाया।
कार्रवाई के लिए आज सुबह करीब सात बजे एलडीए, पुलिस व प्रशासन की टीम हजरतगंज के डालीबाग पहुंची थी। जहां शत्रु संपत्ति पर बनाई गयी तीन-तीन मंजिला इमारतों को गिराने से पहले परिसर का ताला तोड़कर सामन को बाहर निकाला गया।
इस बीच मौके पर मुख्तार अंसारी के बेटों व समर्थकों से कार्रवाई करने गयी टीम से झड़प भी हुई, हालांकि सैकड़ों की संख्या में मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें मौके से खदेड़ दिया।
एलडीए के प्रवर्तन जोन छह के प्रभारी कमलजीत सिंह के अनुसार ध्वस्तीकरण की कार्रवाई लगभग सात बजे शुरू हुई और साढ़े आठ बजे इसे समाप्त कर दिया गया। लगभग 30-30 वर्ग मीटर पर बनीं दोनों इमारतों के भू, पहले व दूसरे तल को पूरी तरह से ढहा दिया गया है। कार्रवाई के दौरान मौके पर करीब दर्जनभर जेसीबी व पोकलैंड को लगाया गया था।
बताया जा रहा है कि जिस जमीन पर दोनों इमारतें बनीं थीं, पहले वह राबिया अंसारी के नाम थी। बाद में उन्हें मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी और उमर अंसारी के नाम कराया गया था।
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वहीं एलडीए की संयुक्त सचिव ऋतु सुहास ने बताया कि दोनों बिल्डिंगों को अवैध तरीके से बनाया गया था, इनका नक्शा भी निरस्त किया जा चुका है। बीते 11 अगस्त को एलडीए की कोर्ट ने दोनों बिल्डिंगों के ध्वस्तीकरण का आदेश दिया था। जिसे आज पुलिस प्रशासन कि टीम की सहायता से पूरा कराया गया है।
ध्वस्तीकरण के दौरान एलडीए सचिव एमपी सिंह, संयुक्त सचिव ऋतु सुहास, नजूल अधिकारी पंकज कुमार, एसीपी चिरंजीव सिन्हा, तहसीलदार राजेश शुक्ला व असलम खान, अधिशासी अभियंता कमलजीत सिंह समेत एलडीए के अन्य इंजीनियर, पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद थे।
गोपनीय तरीके से एलडीए ने बनाई कार्रवाई की योजना
मुख्तार अंसारी के बेटों कि दोनों बिल्डिंगों को गिराने की इतनी गोपनीय तरीके से योजना बनीं कि एलडीए के खास अफसर व इंजीनियर को छोड़कर किसी को पता नहीं चल सका। ध्वस्तीकरण की कार्रवाई का समय तय करने के बाद बुधवार को एलडीए सचिव कार्रवाई की फाइनल तैयारी में लगे थे, लेकिन अभियान में अहम भूमिका निभाने वाले अफसर व इंजीनियर को छोड़कर किसी को भी भनक नहीं लगी कि आखिर कार्रवाई कहां होनी है।
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यहां तक कल ही दर्जन भर जेसीबी व पोकलैंड का प्रबंध कर लिया गया, लेकिन उनके चालकों तक को नहीं बताया गया कि सुबह कार्रवाई कहां की जानी है। एलडीए की ठोस प्लानिंग के बाद आज कार्रवाई हुई तो सोकर उठे आसपास के लोगों को एकबारगी यकीन ही नहीं हुआ।
साथ ही बताते चलें कि योगी सरकार के निर्देश पर राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के अन्य जिलों में माफियाओं के अलावा उनके रिश्तदारों व गुर्गों के खिलाफ पुलिस, प्रशासन व प्राधिकरणों द्वारा अभियान चलाया जा रहा है। आज लखनऊ में हुई इस कार्रवाई को भी अभियान का हिस्सा माना जा रहा है। अधिकारियों के अनुसार योगी सरकार की मंशा के अनुरूप इस तरह के अभियान के तहत आगे भी लखनऊ समेत अन्य जिलों में फिलहाल कार्रवाई होती रहेंगी।