आरयू वेब टीम।
देश में राजनीत परिवेश पर चल रही चर्चा के बीच जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के केन्द्रीय पैनल के लिए हुए छात्रसंघ चुनाव में यूनाइटेड लेफ्ट ने एक बार फिर बाजी मार ली है। छात्रसंध अध्यक्ष समेत चारों अहम सीट जीत कर जेएनयू में लेफ्ट का जलवा साबित कर दिया।
वाम प्रत्याशियों ने आरएसएस समर्थित एबीवीपी के अधिकतर उम्मीदवारों को बड़े अंतर से हराया। हालांकि अध्यक्ष पद के लिए टक्कर हुई, जिसमें यूनाइटेड लेफ्ट की गीता कुमारी ने एबीवीपी की उम्मीदवार निधि त्रिपाठी को 464 मतों से हराकर सीट पर कब्जा कर लिया।
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हरियाणा की रहने वाली गीता इतिहास से एमफिल कर रही है। जीत के बाद गीता कुमारी ने कहा इस जनादेश का श्रेय विद्यार्थियों को जाता है क्योंकि लोगों को अब भी विश्वास है कि लोकतांत्रिक स्थानों को बचाया जाना चाहिए और इस दिशा में एकमात्र संघर्ष विद्यार्थियों की ओर से किया जा रहा है। गीता ने नजीब मामले के साथ-साथ जेएनयू की सीटों में कटौती, नये छात्रावासों सहित विभिन्न मामलों को उठाने का वादा किया है।
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केन्द्रीय पैनल की चार सीटों के लिए हुए चुनाव में कुल 1512 वोट नोटा के नाम भी रहे। चुनाव अधिकारी ने मीडिया को बताया कि विभिन्न पदों पर कुल 31 काउंसल भी चुने गए। चुनाव में कुल 4639 मत पड़े जिनमें से 19 मत अवैध हो गये क्योंकि मतदाताओं ने अपनी पर्ची गलत मतपत्र पर लगा दी। कुल 7,903 मतदाताओं में से 4,639 ने वोट डाला और इस तरह 58.69 प्रतिशत मतदान हुआ। बीते साल 59.60 प्रतिशत वोट पड़ें थे।
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