आरयू संवाददाता, लखनऊ। काकोरी क्षेत्र के जागर्स पार्क पास स्थित पानी की टंकी पर सोमवार को चढ़े महिला समेत किसान यूनियन के सात लोगों ने जमकर हंगामा किया। साथी की गिरफ्तारी से नाराज लोग बात नहीं मानने पर जान देने की धमकी दे रहे थे।
घटना की जानकारी पाकर मौके पर पहुंची पुलिस व प्रशासनिक अफसरों की टीम लगभग दस घंटें बाद उन्हें मनाकर नीचे उतराने में सफल हो सकी। वहीं करीब 60 फुट ऊंची टंकी पर चढ़कर जान देने के प्रयास का एक महीने में ये दूसरा मामला है। आसपास के लोगों ने जलकल के अधिकारियों पर रोष जताते हुए कहा कि पिछली घटना से अधिकारियों ने सबक लिया होता आज की घटना होने से बच जाती।
बताया जा रहा है कि लगभग दो महीना पहले लखीमपुर जिले में सरकारी कर्मचारी के आत्मकहत्या के मामले में किसान यूनियन के पदाधिकारियों के खिलाफ मुकदमा लिखा गया था। बीते शनिवार को काकोरी में दशहरी स्थित किसान यूनियन के कार्यालय पर प्रदेश स्तर की बैठक थी। जिसके बाद वापसी करते हुए संडीला चौराहे पर यूनियन के कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष श्यामू शुक्ला की गिरफ्तारी कर ली गई।
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इसी बात से नाराज चल रहे भारतीय किसान यूनियन लोकतांत्रिक की एक महिला समेत सात लोग तड़के छह बजे ही जॉगर्स पार्क के पास अपनी यूनियन का झंडा लेकर पहुंचे थे। इस दौरान वहां स्थित टंकी को लावारिस देख सभी करीब साठ फुट ऊंची टंकी पर चढ़कर जान देने की बात कहने लगे। किसान यूनियन के लोगों के इस कदम से कुछ देर के लिए हड़कंप मच गया। पार्क में टहलने वाले लोगों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी।
सूचना पाकर मौके पर पहुंची काकोरी पुलिस ने उन्हें समझान की कोशिश की, हालांकि सभी किसान नेता को झूठे आरोप में फंसाने का आरोप लगाते हुए उनकी रिहाई की मांग करने लगे। कानूनी अड़चन बताने पर सभी कूदने की धमकी देने लगे। जिसके बाद मौके पर एसडीएम सदर अभिनव रंजन श्रीवास्तव व एसपीआरए ग्रामीण विक्रांत वीर ने उन्हें समझाने कि कोशिश की। दिनभर चले मान-मनौव्वल के बाद शाम को लोग इस आश्वासन पर नीचे उतरे कि मंगलवार की पूर्वान्ह 11 बजे किसान यूनियन का एक प्रतिनिधिमंडल आइजी रेंज लखनऊ से मुलाकात करेगा।
क्या जान जाने के बाद ही खुलेगी अधिकारियों की नींद
वहीं आज की घटना को लेकर क्षेत्रिय लोगों में रोष था। इलाकाई लोगों का कहना था कि ठीक एक महीना पहले भी एक परिवार के सात लोग इस टंकी पर चढ़कर जान देने की बात कह रहे थे। जिन्हें 24 घंटें बाद नीचे उतारा जा सका था। ये तो संयोग है कि दोनों ही बार कोई बड़ी अनहोनी नहीं हुई, लेकिन टंकी की सुरक्षा-व्यवस्था ठीक करने के डीएम के निर्देश व मामला सुर्खियों में बना रहने के बाद भी जलकल के अधिकारियों की नींद नहीं खुली। अधिकारियेां की लापरवाही को देखते हुए लगता है कि किसी की जान जाने के बाद ही अफसर टंकी की सुरक्षा का प्रबंध करेंगे।
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दूसरी ओर जलकल जोन छह के अधिशासी अभियंता ओपी सिंह ने कहा कि हाल ही में एलडीए ने जलकल विभाग को टंकी हैंडओवर की है, मरम्मत के आभाव में टंकी का इस्तेमाल भी शुरू नहीं हो सका है। पिछली घटना के बाद डीएम के निर्देश पर टंकी पर आम लोगों को जाने से रोकने के लिए गेट लगाया गया था, लेकिन आज किसान यूनियन के लोग गेट का ताला तोड़कर टंकी पर चढ़ गए थे। टंकी की देख-रेख के लिए जल्द ही गार्ड भी तैनात किया जाएगा।____________________________________________________________
किसान यूनियन के प्रतिनिधिमंडल को कल आइजी लखनऊ से मिलाया जाएगा। पुलिस व प्रशासन से जो भी संभव सहायता है किसान यूनियन के लोगों की जाएगी। इसके अलावा लावरिस टंकी पर एक महीने में हुई इस तरह कि दूसरी घटना को देखते हुए जिला प्रशासन के माध्यम से संबंधित विभाग को पत्र भी लिखा जा रहा है, जिससे कि भविष्य में इस तरह की घटना फिर न होने पाए। विक्रांत वीर, एसपी ग्रामीण