आरयू ब्यूरो, लखनऊ। यूपी के अन्य जिलों के मुकाबले राजधानी लखनऊ में मिल रहे कोरोना के अधिक मरीजों की रोकथाम व कोरोना वायरस के नए रुप को लखनऊ में फैलने से रोकने के लिए सोमवार को समीक्षा बैठक की गयी। यूपी के ग्राम विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में सोमवार को लालबाग स्थित कोविड कमांड सेंटर में आयोजित बैठक में स्वास्थ्य, प्रशासन व पुलिस समेत अन्य विभागों के वरिष्ठ अफसरों ने कोरोना संक्रमण को घटाने के लिए मंथन किया।
बैठक में मनोज कुमार सिंह ने कहा कि लखनऊ में कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए अभियान चलाकर कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि कोविड के संक्रमित संवेदनशील मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराने के कार्य में तेजी लाएं और होम आइसोलेशन में रहे मरीजों को आइसोलेशन नियमों का गंभीरता से पालन सुनिश्चित कराएं, जिससे कि यह मरीज कोरोना संक्रमण के प्रसार का कारण न बने।
लखनऊ में भी गिरना चाहिए तेजी से प्रतिशत
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश के कई जनपदों में इस संक्रमण का स्तर निम्न हो चुका है, लखनऊ में भी इसका प्रतिशत उतनी तेजी से गिरना चाहिए। उन्होंने इसके लिए अधिकारियों से सोशल डिस्टेन्सिंग, मास्क तथा सैनेटाइजेशन का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया।
कार्यालयों में मास्क का उपयोग आवश्यक: आलोक कुमार
बैठक में प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य आलोक कुमार ने कहा कि संक्रमण का प्रसार रोकने के लिए नियमों का सख्ती से पालन कराना आवश्यक है। उन्होंने कन्टेन्मेंट जोन और होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की निगरानी बढ़ाने पर जोर दिया। साथ ही सभी कार्यालयों में मास्क का उपयोग आवश्यक कराने के लिए भी अफसरों को नोटिस जारी करने का निर्देश दिया।
…..इसलिए लखनऊ का प्रतिशत अधिक: अभिषेक प्रकाश
इस मौके पर डीएम लखनऊ अभिषेक प्रकाश ने अन्य जनपदों के मुकाबले लखनऊ में अधिक कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या पर तर्क देते हुए कहा कि तुलनात्मक रूप से लखनऊ में अन्य जनपदों से आवागमन अधिक है तथा छोटे जनपदों के बहुत से संक्रमित मरीज भी लखनऊ में चिकित्सा ले रहे, इसलिए लखनऊ का प्रतिशत अधिक है। उन्होंने बैठक में संक्रमित मरीजों द्वारा अस्पताल में भर्ती होने से मना कर देने के गंभीर विषय पर भी चर्चा की।
विशेषकर कंटेनमेंट जोन में मास्क पहनने व सोशल डिस्टेंसिंग का होगा प्रचार: डीके ठाकुर
वहीं बैठक के बाद पुलिस कमिश्नर लखनऊ डीके ठाकुर ने बताया कि कोरोना से बचाव के लिए विशेषकर कंटेनमेंट जोन मास्क पहनने व सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में प्रचार प्रसार किया जाएगा। हाट, बाजार व मॉल्स जैसे भीड़भाड़ वाले स्थानों पर कोविड-19 से बचाव के लिए मास्क, सेनेटाइजर के इस्तेमाल व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जाएगा।
बिना मास्क वाले ग्राहकों को सामान नहीं दिया जाएगा इसके लिए दुकानदार को खुद भी मास्क अवश्य लगाना होगा।कार्यालयों के कर्मचारियों को भी ऑफिस में अनिवार्य रुप से ऑफिस में मास्क पहनने के साथ ही सेनेटाइजर का इस्तेमाल व सोशल डिस्टेंसिंग पालन करना होगा।
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कमिश्नर के अनुसार होम क्वारेंटाइन किए गए मरीजों को सेफ जोन में रखा जाएगा जिससे कि कोरोना का संक्रमण परिवार के अन्य लोगों में नहीं फैले। कोविड सेंटर में कोरोना की जांच के समय नमूना देने वाले व्यक्ति की आइडी व मोबाइल नंबर अवश्य लेने होंगे।
वहीं घर में काम करने वाले कर्मचारियों के आने-जाने पर रोक लगाएं जिससे कि उनके द्वारा कोरोना का प्रसार नहीं होने पाए।
डीके ठाकुर ने अंत में बताया कि कोविड-19 के नियमों का पालन कराने व कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए पुलिस व नगर निगम संयुक्त टीम कोरोना से बचाव के लिए जनता में अभियान चलाएगी।
दूसरी ओर सीएमओ लखनऊ का कहना था कि लखनऊ में बड़े स्तर पर सैम्पलिंग की जा रही है इसके अलावा जिला स्तर पर कोरोना को नियंत्रित करने के लिए व्यवस्थाएं की गयीं हैं। बैठक में उपस्थित अन्य अधिकारियों द्वारा भी नियंत्रण के लिए सभी आवश्यक उपायों के साथ नियमों के अनुपालन के लिए सख्ती से कार्रवाई की आवश्यकता का समर्थन किया गया।
अपर मुख्य सचिव ग्राम विकास मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न बैठक में प्रमुख सचिव चिकित्सा आलोक कुमार, सचिव चिकितसा वी.हेकाली झिमोमी, महानिदेशक चिकित्सा डॉ. डीएस नेगी, पुलिस कमिश्नर लखनऊ डीके ठाकुर, जिलाधिकारी लखनऊ अभिषेक प्रकाश, जेसीपी कानून-व्यवस्था नवीन अरोरा, मुख्य चिकित्साधिकारी लखनऊ, अपर नगर आयुक्त लखनऊ, प्रतिनिधि डब्ल्यू एच.ओ. एवं यूनीसेफ सहित चिकित्सा एवं पुलिस तथा अन्य सहयोगी विभाग के अन्य अफसर भी मौजूद रहें।