आरयू ब्यूरो,लखनऊ। यूपी में मानसून की विदाई का वक्त आ गया है। वहीं शनिवार को लखनऊ में तेज बारिश हुई। मौसम विभाग ने पहले ही दो और तीन अक्टूबर को बारिश की संभावना जता दी थी। ऐसे में पूर्वांचल के 21 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि दो दिन के बाद आसमान से बादल छंट जाएंगे और गुलाबी ठंडक भी शुरू हो जाएगी।
आज लखनऊ में 11 बजे के बाद से काले बादलों की आवाजही शुरू हुई और देखते-देखते तेज हवा के साथ बारिश शुरू हो गई। लखनऊ मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया कि तीन अक्टूबर से हवा का रुख बदलना शुरू होगा। छह अक्टूबर से पश्चिमी राजस्थान से मानसून की विदाई हो सकती है। इससे पहले 2019 में 9 अक्टूबर से मानसून की विदाई शुरू हुई थी, जो इतिहास की सबसे देर से होने वाली विदाई थी, जबकि 1961 में एक अक्टूबर को मानसून की विदाई हुई थी।
वहीं सुल्तानपुर, जौनपुर, मिर्जापुर, संत रविदास नगर, वाराणसी, गाजीपुर, चंदौली, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, कुशीनगर, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, संत कबीर नगर, बस्ती, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच में आज बारिश की संभावना है। जेपी गुप्ता के अनुसार अक्टूबर के मध्य के बाद दक्षिणी प्रायद्वीप इलाकों में पूर्वोत्तर मानसून दस्तक देगा। इस दौरान दक्षिणी पश्चिमी मानसून देश के बाकी हिस्सों से विदा हो चुका होगा।
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मौसम विभाग के अनुसार, एक जून से 30 सितंबर तक मानसून सीजन रहता है। इस बार मानसून के चार महीनों में 748.8 मिमी बारिश हुई है, जो अनुमानित बारिश का 95 प्रतिशत है। मानसून सीजन में सामान्य रूप से 790.2 मिमी बारिश होती है।
मौसम विभाग के अनुसार इस बार सितंबर में सामान्य से 32 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई। यह मौसम विभाग के आकड़ों में दर्ज इतिहास में सितंबर में तीसरी बार सबसे अधिक है। इससे पूर्व 2019 में 52 प्रतिशत बारिश हुई थी। इस बार अगस्त महीने में सामान्य से 24 प्रतिशत कम बारिश हुई है।