आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। महंगे शौक और गलत आदतों के चलते अपराध की दुनिया में उतरे तीन छात्रों को आज गोसाईंगंज पुलिस ने गिरफ्तार किया है। तीनों पर आरोप है कि ये राजकीय निर्माण निगम के अपर प्रोजेक्ट मैनेजर से दस लाख रुपए की रंगदारी मांग रहे थे। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए रविवार को उन्हें न्यायालय में पेश किया। जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
इस बात की रविवार को एक प्रेसवार्ता में जानकारी देते हुए एसपीआरए डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया कि शनिवार को गोसाईंगंज में राजकीय निर्माण निगम के अपर प्रोजेक्ट मैनेजर संजय सिंह से दस लाख रुपए की फोन पर रंगदारी मांगी गयी थी।
यह भी पढ़ें- नशे की लत ने इंजीनियरिंग के छात्र को बना दिया लुटेरा, गिरफ्तार
शनिवार को संजय सिंह की तहरीर पर गोसाईगंज पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की थी। सर्विलांस और मुखबिर की सहायता पर पुलिस ने रविवार को बाबू गंज फैजाबाद रोड निवासी विपुल बालियान, आरिफ हुसैन और हरिकेश ठाकुर को अहिमामऊ से धर दबोचा।
पुलिस ने तीनों के पास से एक तमंचा, चार कारतूस, लोहे की रॉड, तीन मोबाइल फोन व एक बाइक बरामद की है। वहीं प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद एएसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि तीनों आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के साथ ही उनका अपराधिक रिकॉर्ड पता लगाया जा रहा है।
यह भी पढ़ें- नफरत की आग में जल रहे युवक ने कराई थी बाप की हत्या, ADM के बेटे ने ली थी सुपारी
मूल रूप से मुजफ्फरनगर जिले का रहने वाला विपुल बालियान घटना का मास्टरमाइंड बताया जाता है, जो फुटबाल का खिलाड़ी भी है। वहीं गोरखपुर का आरिफ और बलिया का रहने वाला हरिकेश भी क्रिकेट का खिलाड़ी है। घर से दूर खेल और पढ़ाई के नाम पर किराए का कमरा लेकर लखनऊ में रह रहे तीनों युवकों ने सिर्फ मंहगे शौक पूरे करने के लिए रंगदारी वसूलने की योजना बनाई थी। हालांकि वो इसमें कामयाब तो नहीं हो सके, लेकिन उन्हें जेल जरूर जाना पड़ा।
गिरफ्तारी में इनकी रही अहम भूमिका-
एसओ गोसाईगंज बलवंत शाही, चौकी प्रभारी अहिमामऊ नरेंद्र प्रताप सिंह, कांस्टेबल विनय कुमार पाण्डेय, बालेंद्र सिंह, तरुण कुमार।