Video: माफिया अतीक अहमद व अशरफ की पुलिस कस्‍टडी में गोली मारकर हत्‍या, पत्रकार बन आए हत्‍यारों ने कैमरे व पुलिस के सामने ही कर दिया दोनों भाईयों को छलनी

अतीक हत्‍याकांड

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ/प्रयागराज। प्रयागराज में शनिवार रात पूर्व सांसद व माफिया अतीक अहमद व उसके भाई अशरफ की पुलिस कस्‍टडी में गोली मारकर हत्‍या की बेहद सनसनीखेज वारदात को बदमाशों ने अंजाम दिया है। पत्रकार बनकर आए हत्‍यारों ने दोहरे हत्‍याकांड को उस समय अंजाम दिया, जब‍ अतीक व उसका भाई मीडियाकर्मियों व पुलिस के जवानों के घेरे में था।

हत्‍यारों ने पुलिस व पत्रकारों के सामने ही दोनों भाईयों पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर उन्‍हें मौत के घाट उतार दिया। दर्जनों राउंड गोली चला घटना को अंजाम देने के बाद तीनों हत्‍यारों ने मौके पर ही पुलिस के सामने सरेंडर करते हुए धार्मिंक नारे भी लगाए। पुलिस के इकबाल व कानून-व्‍यवस्‍था की धज्जियां उड़ाने वाले अपने तरह के इस अनोखे हत्‍याकांड के बाद प्रयागराज समेत लखनऊ व वाराणसी के अलावा यूपी के अन्‍य जिलों में भी पुलिस अलर्ट मोड पर आ गयी है। देर रात तक पुलिस तीनों बदमाशों से पूछताछ कर रही थी।

बताया जा रहा है कि उमेश पाल हत्‍याकांड में रिमांड पर लिए गए अतीक व अशरफ से पुलिस कस्‍टडी के तीसरे दिन धूमनगंज थाने में एटीएस ने हथियार तस्करी की बाबत पूछताछ की थी। रात लगभग साढ़े दस बजे जब दोनों को रूटीन मेडिकल चेकअप के लिए कॉल्विन अस्पताल ले जाया जा रहा था। अस्‍पताल के पास ही पुलिस का वाहन रुकने के बाद दोनों भाई नीचे उतरे इस दौरान मीडियाकर्मी उनसे सवाल ही पूछ रहे थे कि पत्रकार बनकर आए तीन बदमाशों में से एक ने सबसे पहले अतीक को सिर में पिस्‍टल सटाकर गोली मारी दी। अतीक के नीचे गिरते ही तीनों बदमाशों ने दोनों भाईयों को घेरकर करीब एक दर्जन गोलियों उन पर दाग दी।

यह भी पढ़ें- उमेश पाल अपहरण केस में माफिया अतीक समेत तीन दोषियों को मिली उम्रकैद, भाई हुआ बरी

वहीं गोली चलते ही मीडियाकर्मिया के साथ ही दोनों भाई की सुरक्षा में लगे पुलिस के एक दर्जन से ज्‍यादा जवान भी पीछे हट गए। लगभग एक मिनट में अंजाम दिए गए इस दोहरे हत्‍याकांड का लाइव वीडियो भी कुछ मीडियाकर्मियों के कैमरे में कैद हो गया। इस दौरान एक पुलिसकर्मी को गोली लगने व एक पत्रकार के भी घायल होने की बात सामने आ रही है।

यह भी पढ़ें- यूपी के पूर्व IPS अफसर ने ही असद के एनकाउंटर पर उठाएं ये 12 सवाल, राष्‍ट्रीय मानवाधिकार से भी की शिकायत

पूरी तैयारी से आए हत्‍यारों ने पुलिस की ढिलाई का फायदा उठाते हुए न सिर्फ देश के इतिहास के शायद अब तक के सबसे दुस्‍साहासिक दोहरे कांड को अंजाम दिया, बल्कि मौके से भागने की जगह खुद को सही सलामत पुलिस के भी हवाले कर दिया। फिलहाल प्रयागराज पुलिस बदमाशों की पहचान के नाम पर सिर्फ उनके नाम नवीन तिवारी, अरुण मौर्या व सोनू बता रही है।

यह भी पढ़ें- लखनऊ में पुलिस ने फिर कुर्क किया माफिया अतीक की करोड़ों की संपत्ति

प्रयागराज के पुलिस कमिश्‍नर रमित शर्मा ने बताया कि तीनों हमलावर मीडियाकर्मी बनकर आए थे। उनकी पहचान लवलेश, सनी और अरुण मौर्य के नाम से हुई है। हमले के तुरंत बाद ही तीनों ने सरेंडर कर दिया। पुलिस कस्टडी में तीनों से पूछताछ की जा रही है। उनके पास से असलहा भी बरामद हुआ है। इस हमले में कॉन्स्टेबल मान सिंह को भी गोली लगी है, जिसे अस्पताल ले जाया गया है।

यह भी पढ़ें- सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर अतीक ने जताई फर्जी एनकाउंटर की आशंका, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से की जाए पूछताछ

पुलिस पर भी उठने लगे सवाल

देश के शायद अब तक सबसे हैरतअंगेज इस दोहरे हत्‍याकांड को लेकर पुलिस पर भी सवाल उठने लगे हैं। हत्‍यारों के चारों तरफ पुलिस के मौजूद रहने के बावजूद जहां पुलिस द्वारा उनपर जवाबी कार्रवाई में गोली नहीं चलाना इस हत्‍याकांड के पीछे गहरी साजिश की ओर इशारा कर रहा।

यह भी पढ़ें- अतीक-अशरफ हत्याकांड पर विपक्ष ने कानून-व्यवस्था पर योगी सरकार को घेरा, घटना को बताया अपराध की पराकाष्ठा

वहीं यह भी संजोग कहा जाए कि पहली बार मीडियाकर्मियों के अतीक के इतने करीब पहुंचने पर भी पुलिस ने उन्‍हें वहां से नहीं हटाया और अतीक व अशरफ से सवाल करने का भी मौका दिया, जबकि इससे पहले एक महीने में दो बार साबरमती से प्रयागराज लाने, दो बार पेशी व जेल वापस ले जाने के दौरान कभी भी मीडिया को इत्‍मीनान से सवाल पूछने का मौका देना तो दूर पुलिस ने अतीक के इतना करीब भी पत्रकारों को फटकने नहीं पहुंचने दिया था।

इसके अलावा आज से पहले पुलिस कस्‍टडी में बदमाश पुलिस की ही गोली से मरता था, लेकिन संभवता यूपी या फिर कहें कि देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब पुलिस की कड़ी सुरक्षा के दावों के बावजूद पुलिस व मीडिया के कैमरे के सामने ही किसी बाहरी बादमाशों ने माफिया व पूर्व सांसद और उसके भाई की इतने दुस्‍सहासिक ढ़ग से हत्‍या की है। इस हत्‍या से फिलहाल हड़कंप मचा है, लोग पुलिस की सक्रियता के साथ ही उसकी भूमिका पर भी गंभीर सवाल उठा रहें हैं।

यह भी पढ़ें- अतीक अहमद के बेटे असद व शूटर गुलाम का STF ने झांसी में किया एनकाउंटर, दोनों पर था पांच-पांच लाख का इनाम