मायावती का ऐलान MP के अलावा जरूरत पड़ी तो राजस्‍थान में भी कांग्रेस का साथ देगी बसपा, समर्थन की बताई ये वजहें

मायावती का पलटवार

आरयू ब्‍यूरो, 

लखनऊ। पांच राज्यों के चुनाव नतीजे आने के बाद बुधवार को बसपा सुप्रीमो मायावती ने सरकार बनाने के लिए मध्य प्रदेश में कांग्रेस को समर्थन देने का ऐलान किया है। आज मीडिया से बातचीत में यूपी की पूर्व मुख्‍यमंत्री ने ये भी कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो राजस्थान में भी बसपा कांग्रेस को समर्थन देगी।

हालांकि इस दौरान मायावती ने ये भी कहा कि ये कदम उन्होंने केवल भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए उठाया है। कांग्रेस की कई नीतियों से वह अभी भी सहमत नहीं हैं।

बसपा सुप्रीमो आज मीडिया से बोलीं कि मध्य प्रदेश में भाजपा अभी भी सरकार बनाने में जुटी है। चूंकि भाजपा को रोकना ही हमारी प्राथमकिता है, इसलिए उसे सत्ता से बाहर करने के लिए कांग्रेस से विचारों में सहमति न होने के बावजूद हमने कांग्रेस को समर्थन देने का फैसला किया है। यही नहीं अगर राजस्थान में भी जरूरत हुई तो हम वहां भी कांग्रेस पार्टी को समर्थन देंगे।

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कांग्रेस को समर्थन का ऐलान करने के दौरान भी मायावती उसपर निशाना साधने से नहीं चूंकि उन्‍होंने कहा कि मध्‍य प्रदेश, राजस्‍थान और छत्‍तीसगढ़ की जनता भाजपा सरकार की गलत नीतियों से पूरी तरह से त्रस्‍त हो चुकी थी। यही वजह है कि वो चुनाव में भाजपा को वापस आते हुए नहीं देखना चाहती थी। भाजपा अपनी गलत नीतियों की वजह से हारी है। उन्होंने कहा कि जनता ने अपने दिल पर पत्थर रखकर कांग्रेस को वोट दिया है।

यूपी की पूर्व मुख्‍यमंत्री ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि इन चुनावों में कांग्रेस को बड़ा फायदा मिला है, जिसको 2019 में भी वो भुना सकती है। हमारी पार्टी के उम्मीदवारों ने कांग्रेस और भाजपा से संघर्ष किया है और काफी अच्छी संख्या में वोट हासिल किए हैं। हालांकि, मायावती ने कहा कि अधिक सीट जिताने में हमारे लोग सफल नहीं हो सके हैं।

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उल्‍लेखनीय है कि मध्य प्रदेश में बीएसपी के दो विधायक जीते हैं और वहां सरकार बनाने के लिए कांग्रेस को दो विधायक की ही जरूरत है। ऐसे में अब कांग्रेस की सरकार बनती दिख रही है। उधर अखिलेश ने भी कांग्रेस को अपना समर्थन देने की पेशकश कर दी है, उनका यहां एक विधायक जीता है।

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