मायावती का मोदी पर हमला, खोखले है प्रधानमंत्री के दावे, मासूमों की मौत को ‘प्राकृतिक आपदा’ बताना निंदनीय

मायावती का जवाब
मायावती। (फाइल फोटो)

आरयू ब्‍यूरो, 

लखनऊ। स्‍वतंत्रता दिवस पर लालकिले से दिए गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण पर आज बसपा सुप्रीमो ने जमकर निशाना साधने के साथ ही भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह पर भी हमला बोला। अपने एक बयान में मायावती ने मोदी के दावों को खोखला बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री का गोरखपुर में हुई करीब 90 मौतों को ‘प्राकृतिक आपदा’ बताना निदंनीय है।

अमित शाह से दो कदम आगे निकल गए मोदी

पूर्व मुख्‍यमंत्री ने कहा कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह द्वारा बेंगलुरू में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भ्रष्‍टाचार और लापरवाही के कारण अब तक लगभग 90 मासूम बच्चों की दर्दनाक मौत पर यह कहना कि ’इतने बड़े देश में इस प्रकार की घटनाएं होती रहती है,’ इनका यह स्तब्ध कर देने वाला बयान है। लेकिन प्रधानमंत्री तो इससे भी दो कदम आगे निकल गए और उन्होंने गोरखपुर में माताओं की गोद उजाड़ने वाले इस भीषण कांड को ही ’प्राकृतिक आपदा’ बता दिया, यह और भी ज्यादा दुःख व आश्चर्यचकित करने वाली बात है।

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मायावती ने कहा कि इस त्रास्दी को लाल किले के अपने भाषण से ‘प्राकृतिक आपदा’ बताकर अपनी पार्टी की सरकार को बेजा तौर पर बचाने का काम करके नरेंद्र मोदी ने कौन सा जनहित व देशहित का बड़ा काम किया है, यह देश की जनता की समझ से बाहर है खासकर तब जबकि बीजेपी के ही सांसद इसे बच्चों का ‘नरसंहार’ बात रहे हैं तथा आरएसएस के लोग योगी सरकार से इस त्रास्दी के लिये ‘प्रायश्चित’ करने की माँग कर रहे हैं, लेकिन इन बातों पर ध्यान देकर व जनता की अपेक्षा का ख्‍याल रखते हुए मंत्री आदि पर सख्त कार्रवाई करने के जगह मोदी व अमित शाह सत्ता के घमण्ड में अहंकारी व्यवहार कर रहे हैं। जिसकी बीएसपी कड़े शब्दों में निन्दा करती है, क्योंकि ऐसे रवैये से यह नहीं लगता है कि इस तरह की घटनाओं को दोबारा नहीं होने देने के लिए बीजेपी सरकार अपनी कार्यप्रणाली में आवश्‍यक सुधार करेगी।

सुधरने की जगह बिगड़ रही है देश की दशा और दिशा

प्रधानमंत्री के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले से किए गए दावों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मायावती ने कहा कि वर्षों से सरकार की कथनी व करनी में जमीन-आसमान के भारी अन्तर की त्रास्दी से पीड़ित जनता अब इससे मुक्ति चाहती है। लेकिन मोदी सरकार इस मामले में हमें नया कीतिर्मान स्थापित करती हुई लगती है जिससे लोगों में निराशा फैलती जा रही है।

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बसपा सुप्रीमो ने कहा कि मोदी के दावे अनोखे व निराले हैं क्योंकि ये सभी जमीनी हकीकत से काफी दूर हैं। बीजेपी सरकार अपने चौथे वर्ष में भी देश के करोड़ों गरीबों, मजदूरों, किसानों, युवाओं, बेरोजगारों, महिलाओं व अन्य मेहनतकश लोगों का कुछ भी ऐसा भला नहीं कर पायी है जिससे उनके जीवन में थोड़ा भी सुख व समृद्धि आयी हो जो कि केन्द्र सरकार की खास जिम्‍मेदारी बनती है, बल्कि इसके विपरीत बीजेपी सरकार की जातिवादी, संकीर्ण व साम्प्रदायिक नीतियों से देश की दिशा व दशा दोनों सुधरने के बजाए बिगडत़ी ही जा रही है।

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भ्रष्‍टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने से घबरा रहीं भाजपा सरकारें

वहीं पूर्व मुख्‍यमंत्री ने लोकायुक्‍त के गठन नहीं होने पर निशाना साधते हुए कहा कि जनता बड़े पैमाने पर व्याप्त सरकारी भ्रष्टाचार से पहले से ज्यादा पीड़ित है, जबकि अपने भ्रष्ट मंत्रियों, नेताओं आदि के खिलाफ सख्‍त कार्रवाई करने से बीजेपी सरकारें घबराती नजर आ रही है। छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, हरियाणा व गुजरात आदि बीजेपी-शासित राज्य इसके खास उदाहरण हैं। वैसे भी केन्द्र सरकार ने ’लोकायुक्त’ का गठन पिछले लगभग सवा तीन साल में नहीं किया हैं, इसलिये मोदी सरकार सरकारी भ्रष्टाचार से लड़ने का दावा कितना खोखला है, यह देश की जनता अब अच्छी तरह से समझ रही हैं।

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