स्‍मारकों की बदहाली व उसके कर्मचारियों की समस्‍याओं के लिए मायावती ने भेजा सीएम योगी को पत्र, उठाई ये मांगें

स्‍मारकों की बदहाली
तस्‍वीर बयान कर रही बदहाली की दास्‍तान।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। बसपा सरकार में बनें स्‍मारकों की बदहाली व उसके कर्मचारियों की समस्‍याओं को दूर करने के लिए यूपी की पूर्व सीएम मायावती ने आज सीएम योगी को मांग पत्र भेजा है। उसमें कांशीराम ग्रीन इको गार्डन, कांशीराम स्मारक स्थल, बौद्ध विहार, शांति उपवन और रमाबाई अंबेडकर मैदान के उचित रख-रखाव की मांग उठाई है। मायावती का पत्र आज बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र व बीएसपी विधायक उमाशंकर सिंह ने सीएम योगी तक पहुंचाया और मायावती की मांग को गंभीरता से लेने की मांग की।

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पत्र में मायावती ने कहा है कि उपेक्षा के चलते राजधानी के स्मारकों का हाल बुरा है। कांशीराम स्मारक तथा डा. भीमराव अंबेडकर स्मारक के गुंबद में लीकेज के कारण सीलन आ गई है। कांशीराम स्मारक की छत में काफी बड़ी दरार आ गई है। पत्थर उखड़कर गिर रहे हैं। इन स्मारकों की बाउंड्री वॉल की कोई मरम्मत न होने से उनमें भी दरारे आ रही हैं।

साथ ही रमाबाई अंबेडकर मैदान में जगह जगह पत्थर टूटे हैं। सभी भवनों में सिलिकॉन की कोर्टिंग कई वर्षों से नहीं कराई गई है। पेड़-पौधे सूख रहे हैं। बल्ब फ्यूज होने पर बदले नहीं जा रहे हैं। पूर्व में इन स्मारकों से कीमती मूर्तियों की चोरी भी हो चुकी है। बरसाती पानी से इमारतों को काफी नुकसान हुआ है। कांशीराम स्मराक और डा. भीमराव अंबेडकर स्मारक के गुंबद में लीकेज के कारण सीलन आ गई है। इसकी वजह से बिल्डिंग कमजोर हो रही है।

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साथ ही स्‍मारक के कर्मचारियों की मांग उठाते हुए मायावती ने सीएम योगी से कहा है कि स्‍मारकों के प्रबंधन, सुरक्षा एवं अनुरक्षण के लिए 7265 पद सृजित हैं जिसके सापेक्ष 5281 कर्मचारी कार्यरत हैं। उनकी भी समस्याएं हैं। पत्र में सुझाव दिया गया है कि स्मारक समिति में कार्यरत कर्मचारियों की सेवा नियमावली राज्य कर्मचारियों की भांति बनाई जाए। इसमें भी मृतक आश्रितों को नौकरी दी जाए। रिटायरमेंट आयु साठ वर्ष की जाए। सीपीएफ के स्थान पर इनका खाता न्यू पेंशन  स्कीम में खोला जाए। एसीपी की सुविधा दी जाए। इन कर्मचारियों की सेवानिवृति के समय अवशेष देय अर्जित अवकाश के नकदीकरण की सुविधा भी दी जाए।