आरयू वेब टीम।
चुनाव जीतने के बाद से कांग्रेस में मध्य प्रदेश के सीएम के लिए चल रही माथापच्ची गुरुवार की रात आखिरकार समाप्त हो गयी। हालांकि अभी राजस्थान और छत्तीसगढ़ के सीएम के नाम पर कांग्रेस को फैसला लेना बाकी है। कहा जा रहा है इन दोनों राज्यों के सीएम के नामों पर शुक्रवार को फैसला होगा।
वहीं सस्पेंस समाप्त करते हुए मध्य प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ राज्य के नए मुख्यमंत्री घोषित कर दिए गए हैं। कमलनाथ मध्य प्रदेश के 18वें सीएम होंगे। एमपी की राजधानी भोपाल में आयोजित पार्टी विधायक दल की बैठक में कमलनाथ को नेता चुना गया। विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री पद के दूसरे दावेदार ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद थे।
बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में मौजूद पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी और पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कमलनाथ के नाम का आज रात ऐलान किया तो कमलनाथ के समर्थक खुशी से झूम उठे और नए मुख्यमंत्री का नारों के साथ स्वागत किया।
दूसरी ओर कमलनाथ ने इस अवसर पर पार्टी आलाकमान और विधायक दल का धन्यवाद देेेेते हुए कहा कि मैंने कभी पद की कोई मांग नहीं की। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि मुख्यमंत्री का पद मेरे लिए मील का पत्थर है और आने वाला समय चुनौतियों से भरा है, लेकिन हम सब मिलकर वचन को पूरा करेंगे।
इस दौरान कमलनाथ बोले कि मैंने संजय गांधी, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के साथ भी काम किया है। कमलनाथ ने कांग्रेस का समर्थन करने वाले निर्दलीय विधायकों और अन्य दलों का भी धन्यवाद दिया और मतदाताओं को मीडिया के भरोसा दिलाते हुए कहा कि मध्य प्रदेश का भविष्य सुरक्षित रहेगा। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के मतदाताओं ने सच्चाई का साथ दिया इसके लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।
शपथ लेने की बात पर कमलनाथ ने कहा कि वो शुक्रवार सुबह राज्यपाल आनंदी बेन से मिलकर सरकार गठन को लेकर चर्चा करेंगे और जल्द ही शपथ ग्रहण कार्यक्रम होगा।
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