आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने एससी-एसटी विधेयक में संशोधन का स्वागत करने के साथ ही, राज्यसभा से इस संशोधन के पास होने की उम्मीद जताई है। उन्होंने आर्थिक आधार पर अल्पसंख्यकों को आरक्षण दिए जाने की मांग का समर्थन करते हुए कहा है कि गरीब मुसलमानों के लिए भी आरक्षण की व्यवस्था होनी चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, यदि केंद्र सरकार उच्च जाति के गरीब लोगों को संविधान में संशोधन के जरिए आरक्षण देने के लिए कोई कदम उठाती है तो बीएसपी इसका सबसे पहले समर्थन करेगी। मायावती ने कहा कि मुस्लिम व अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों में काफी गरीबी है।
ऐसे में अगर केंद्र सरकार उच्च जाति के लिए कोई कदम उठाती है तो मुस्लिमों व दूसरे अल्पसंख्यकों के लिए भी आरक्षण की व्यवस्था की जानी चाहिए। लोकसभा से पास अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति संशोधन विधेयक का स्वागत करते हुए बसपा प्रमुख ने राज्यसभा इसे पास होने की उम्मीद जतायी।
हालांकि मायावती पूर्व की हुई घटनाओं का जिक्र करते हुए बोली कि इस दौरान दलितों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। इसके लिए हम दो अप्रैल को बुलाए गए भारत बंद का असर मानते हैं, जिसमें बीएसपी कार्यकर्ताओं के साथ देश की जनता ने भाग लिया और केंद्र सरकार को मजबूर किया।
मायावती ने अपने बयान में कहा कि एससी-एसटी संशोधन बिल का हम स्वागत करते हैं। हम इस बिल के राज्यसभा से पास होने की भी उम्मीद करते हैं। वहीं केंद्र सरकार में शामिल दलित नेताओं की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि जब दो अप्रैल को आंदोलन किया गया था तो केंद्र सरकार के सभी दलित व आदिवासी मंत्री चुप्पी साधे हुए थे।
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