आरयू इंटरेनशनल डेस्क। आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का समर्थन करने वाले पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का निधन हो गया है। पूर्व राष्ट्रपति ने रविवार को दुबई के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली। वहीं लंबे समय से पाकिस्तान से बाहर रह रहे थे, उन्हें राजद्रोह के मामले में पहले ही मौत की सजा सुनाई जा चुका थी।
एक रिपोर्ट के अनुसार 79 वर्षीय मुशर्रफ एमिलॉयडोसिस से पीड़ित थे, जो पूरे शरीर के अंगों और ऊतकों में एमाइलॉयड नामक असामान्य प्रोटीन के निर्माण के कारण होने वाली एक दुर्लभ बीमारी है। जियो न्यूज के अनुसार पूर्व सैन्य शासक का दुबई में इलाज चल रहा था।
उल्लेखनीय है कि परवेज मुशर्रफ का जन्म देश के बंटवारे से पहले 11 अगस्त, 1943 को दिल्ली में हुआ था। पूर्व राष्ट्रपति का परिवार 1947 में नई दिल्ली से कराची चला गया था।
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वह 1964 में पाकिस्तानी सेना में शामिल हुए और आर्मी स्टाफ एंड कमांड कॉलेज, क्वेटा के स्नातक थे। उन्होंने 1999 में देश में मार्शल लॉ लगाने के बाद मुख्य कार्यकारी का पद संभाला और 2001 से 2008 तक पाकिस्तान के राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया।
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1999 में पाकिस्तान के सेना प्रमुख रहे परवेज मुशर्रफ को कारगिल युद्ध का भी कसूरवार माना जाता है, उन्होंने नवाज शरीफ की सरकार का तख्ता पलटकर पाकिस्तान की गद्दी हासिल की थी।