आरयू ब्यूरो, लखनऊ। वाराणसी में नामांकन के दौरान सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष के साथ हुई अभद्रता के बाद मंगलवार को ओपी राजभर ने प्रेसवार्ता की। भाजपा ने सीएम योगी पर निशाना साधने के साथ ही कहा कि भाजपा के लोग उनकी हत्या कराना चाहते हैं। साथ ही उन्होंने अपने समर्थकों से एक अपील करते हुए अपना पैगाम दिया है।
सुभासपा के उम्मीदवार व बेटे अरविंद राजभर के नामांकन के दौरान वाराणसी में हुई अभद्रता से काफी खिन्न नजर आ रहें ओपी राजभर ने आज वकीलों के विरोध पर भी कड़ी आपत्ति जताई और भाजपा पर इस पूरे मामले को भड़काने का आरोप लगाया है।
भाजपा के गुंडों ने किया मेरे ऊपर हमला
उन्होंने कहा कि सोमवार को मैं वाराणसी से जिंदा बचकर आया। वाराणसी में जो घटना घटी, वह सब बीजेपी के इशारे पर किया गया। भाजपा के गुंडों ने मेरे ऊपर हमला किया। बीजेपी और पुलिस प्रशासन को घेरते हुए उन्होंने कहा कि उनके निर्देश पर इस प्रकार का कार्य किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के लोग मेरी हत्या कराना चाहते हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए मीडिया के माध्यम से कहा है कि मेरी हत्या के बाद भी ये लड़ाई रुकने नहीं देना। इस दौरान ओपी राजभर ने मीडिया को कुछ वीडियो भी दिखाए जिसमें कुछ लोग ओपी राजभर के खिलाफ न सिर्फ नारेबाजी कर रहे थे, बल्कि उन्हें गालियां भी दे रहे थे।
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हम आरक्षण की लड़ाई लड़ रहे
वहीं ओपी राजभर ने कहा कि हम गरीबों और किसानों की लड़ाई लड़ रहे हैं। हम आरक्षण की लड़ाई लड़ रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी और उनके जुड़े लोग संविधान को नहीं मानते हैं। उन्होंने चुनाव आयोग से सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की। साथ ही, ओमप्रकाश राजभर ने दावा किया मैं अपने जीते-जी योगी आदित्यनाथ को सत्ता में नहीं पहुंचने दूंगा।
कमिश्नर-डीएम को हटाने की मांग
साथ ही वाराणसी के आलाधिकारियों की क्षमता व भूमिका पर भी ओपी राजभर ने सवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा कि वाराणसी के वर्तमान पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश और डीएम कौशल राज के रहते निष्पक्ष चुनाव संभव ही नहीं है। उन्होंने चुनाव आयोग से दोनों अधिकारियों को तत्काल हटाने की मांग भी चुनाव आयोग से की है।
यह था मामला
उल्लेखनीय है कि वाराणसी की शिवपुर विधानसभा के प्रत्याशी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता अरविंद राजभर का नामांकन के दौरान जमकर विरोध हुआ था। वाराणसी में अरविंद राजभर अपने पिता ओमप्रकाश राजभर के साथ नामांकन करने पहुंचे थे। इस दौरान कलेक्ट्रेट परिसर में अधिवक्ताओं ने उनका जमकर विरोध किया। वहीं कुछ लोगों ने उन्हें बेहद आपत्तिजनक बातें भी कहीं थीं, ओपी राजभर के इस तरह के विरोध का वीडियो पर भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।