आरयू वेब टीम। भारतीय वायुसेना का लड़ाकू विमान सुखोई 30 मंगलवार को नासिक में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान के शिरसगांव के पास खेत में गिरते ही हड़कंप मच गया। घटना की आवाज सुनकर आस-पास मौजूद गांव वाले इकट्ठा हो गए। साथ ही इसकी सूचना पुलिस को दी। नासिक रेंज के विशेष महानिरीक्षक डीआर कराले ने बताया कि सुखोई Su-30MKI विमान के पायलट और को-पायलट सुरक्षित बाहर निकल आए। विमान
इस संबंध में एक अधिकारी ने मीडिया को बताया कि विमान विंग कमांडर बोकिल और उनके दूसरे कमांडर बिस्वास उड़ा रहे थे। तभी शिरसगांव के खेत में क्रैश हो गया और विमान में आग लग गई। ये देख खेतों में काम कर रहे किसान और आस-पास के ग्रामीण घटनास्थल पर इकट्टठा हो गए। साथ ही पुलिस को इसकी जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि दोनों पायलट सुरक्षित बाहर निकल आए हालांकि उन्हें चोटें आई हैं। जिसके बाद घायलों को एचएएल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जबकि दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद विमान में लगी आग बुझा दी गई है। विमान के हिस्से 500 मीटर के दायरे में फैले हुए हैं। भारतीय वायुसेना, एचएएल सुरक्षा और एचएएल तकनीकी इकाई की टीमों ने घटनास्थल का दौरा किया।
यह भी पढ़ें- जैसलमेर के खेत में क्रैश हुआ वायुसेना का विमान, डरे ग्रामीण
रूसी सुखोई एसयु-30 एमकेआई भारतीय वायुसेना में सबसे ताकतवर एयरक्राफ्ट माना जाता है। भारतीय वायुसेना के पास 272 सक्रिय सुखोई एसयु-30 एमकेआई हैं, इस एयरक्राफ्ट में दो इंजन हैं और दो चालको के बैठने की जगह है। इनमें से कुछ एयरक्राफ्ट को सुपरसोनिक मिसाइल ब्रह्मोस को लॉन्च करने के लिए भी अपग्रेड किया गया है।
यह भी पढ़ें- खेत में क्रैश हुआ सेना का माइक्रो एयरक्राफ्ट, मची अफरा-तफरी