OIC की बैठक में बोलीं सुषमा, सभी धर्म देते हैं शांति, करुणा और भाईचारे का संदेश

ओआइसी
बैठक में बोलती हुई सुषमा स्‍वराज।

आरयू इंटरनेशनल डेस्‍क। 

ऑर्गनाईजेशन ऑफ इस्लामिक को-ऑपरेशन (ओआइसी) की बैठक में पहली बार भारत का प्रतिनिधित्व कर रहीं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अबुधाबी पहुंची है। बैठक में सुषमा ने आतंकवाद के खिलाफ जोरदार लड़ाई की अपील की है। उन्‍होंने पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा कि आतंकवाद का दायरा बढ़ रहा है। आतंकवाद जिंदगियां तबाह कर रहा है।

दुनियाभर के 57 मुस्लिम देशों के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए सुषमा स्वराज ने कहा कि जैसे इस्लाम का मतलब अमन है और अल्लाह के 99 नामों में से किसी का मतलब हिंसा नहीं है। इसी तरह दुनिया के सभी धर्म शांति, करुणा और भाईचारे का संदेश देते हैं।

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सुषमा ने आगे कहा कि भारत गांधी का देश है जहां हर प्रार्थना शांति से खत्म होती है। दुनिया का कोई भी धर्म हिंसा को बढ़ावा नहीं देता। इस्लाम, हिंदू या विश्‍व के किसी भी अन्य धर्म में हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं है। मैं महात्मा गांधी के देश से हूं जिनकी हर प्रार्थना शांति की कामना से खत्म होती थी, इसलिए हम अपने देश और क्षेत्र में शांति चाहते हैं।

विदेश मंत्री ने आगे कहा कि हमारे पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम ने भी कहा था कि जब देश में शांति होती है तो विश्व में शांति होती है और विश्व तरक्की करता है। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत-पाक के बीच उत्पन्न तनाव की पृष्ठभूमि में इस बैठक में हिस्सा ले रही हैं, हालांकि पाक के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने इस बैठक का बहिष्कार किया है।

सुषमा स्वराज ने कहा कि यह महामारी ‘धर्म को तोड़मरोड़ कर पेश करने और भ्रमित आस्था’ के कारण पनपती है। इस दो दिवसीय बैठक के उद्घाटन सत्र में विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुई स्वराज ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई किसी भी धर्म के खिलाफ नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा हो भी नहीं सकता।” स्वराज ने अपने संबोधन में पाकिस्तान का नाम नहीं लिया।

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