आरयू ब्यूरो, लखनऊ। वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट को टेंशन देने वाले युवक मोनू सोनकर को आज कैंट पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मोनू ने मुख्यमंत्री आवास के साथ ही एसपी ग्रामीण कार्यालय फोन कर वाराणसी कोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी दी थी। पुलिस की पूछताछ में मोमोज बेचने वाले मोनू ने अपनी कारस्तानी की जो वजह बताई उसको लेकर पुलिस ने भी अपना माथा पीट लिया।
वाराणसी पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने मीडिया को बताया कि पकड़ा गया मोनू सोनकर फुलवरिया के पहलू पुरा का रहने वाला है। 30 सितंबर को पड़ोसी गुलाब की बेटी मोना देवी का मोबाइल चोरी कर लिया था। रात में उस मोबाइल से मुख्यमंत्री आवास, एसपी ग्रामीण कार्यालय के लैंडलाइन नंबर और एसीपी कैंट के सीयूजी नंबर पर फोन कर धमकी दी थी कि मुख्यमंत्री के आगमन से पहले कचहरी में बम धमाका होगा।
पुलिस के अनुसार मामले की गंभीरता को देखते हुए धमकी वाले नंबर को ट्रेस किया गया तो अंतिम लोकेशन फुलवरिया में मिली। क्राइम ब्रांच और सर्विलांस सेल ने उक्त नंबर को ट्रेस करते हुए आरोपी मोनू सोनकर को गिरफ्तार किया। पुलिस की पूछताछ में मोनू ने बताया कि वह ऐसा सिर्फ अपने पड़ोसी सब्जी विक्रेता गुलाब को फंसाने के उद्देश्य से किया था।
रच चुका था अपने ही अपहरण की साजिश
सतीश गणेश के अनुसार जांच में सामने आया है कि आपराधिक प्रवृत्ति का है। साल 2017 में भी उसने अपने ही अपहरण की साजिश रच था और पड़ोसी पर मुकदमा दर्ज हुआ था। कैंट पुलिस ने मोनू को उस समय बिहार से बरामद किया था।
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जांच में सामने आया था कि पड़ोसी और उसके परिजनों को फंसाने के लिए उसने अपहरण की झूठी कहानी गढ़ी थी। उसी रंजिश में पड़ोसियों को गवाही से रोकने और समझौता के लिए दबाव बनाने सहित परेशान करने के लिए उसकी बेटी का मोबाइल चोरी कर कचहरी में बम धमाके की धमकी दी।