आरयू वेब टीम। दुनियाभर में एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे कोरोना को लेकर भारत में भी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। इसके मद्देनजर अब चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, हांगकांग और थाईलैंड से आने वाले यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने शनिवार को कहा है कि अगर इन देशों के किसी भी यात्री में कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं या टेस्ट पॉजिटिव पाया जाता है तो उन्हें तुरंत क्वारंटीन कर दिया जाएगा।
साथ ही चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, हांगकांग और थाईलैंड से आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के स्वास्थ्य स्थिति की जानकारी देने के लिए कोविड-19 एयर सुविधा फॉर्म भरना अनिवार्य किया गया है। वहीं अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से आने वाले कुछ यात्रियों का शनिवार से रैंडम कोरोना वायरस जांच परीक्षण शुरू किया गया।
यह भी पढ़ें- कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच नेजल वैक्सीन को मिली मंजूरी, नाक में दो बूंद ड्रॉप डालकर होगा वैक्सीनेशन
गौरतलब है कि नागर विमानन मंत्रालय ने शुक्रवार को इस बारे में दिशानिर्देश जारी करते हुए कहा कि चालक दल के सदस्यों को इसके लिए चुने गए यात्रियों को हवाई अड्डे में स्थित जांच सुविधा तक लाना होगा। चीन और कई अन्य देशों में कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी के बीच सरकार ने प्रत्येक उड़ान में कुल यात्रियों के दो प्रतिशत का आगमन के बाद हवाई अड्डे पर रैंडम परीक्षण कराने का फैसला किया है।
मंत्रालय ने कहा कि हवाई अड्डा परिचालकों को अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की रैंडम जांच के लिए आवश्यक ढांचा तैयार करना होगा। मुंबई हवाई अड्डे ने एक बयान में कहा कि उसने कोरोना वायरस परीक्षण के लिए छह पंजीकरण काउंटर और तीन सैंपलिंग बूथ बनाए हैं।