आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। सूबे की राजधानी के काकोरी इलाके में सोमवार को एक मकान में बनाए गए पटाखे के अवैध गोदाम में शक्तिशाली विस्फोट होने से तीन लोगों की मौत हो गयी। जबकि चार अन्य घायल हुए हैं।
विस्फोट इतना जबरदस्त था कि पूरा मकान मलबे में बदलने के साथ ही आसपास के भी दो अन्य मकान ढह गए। लाशों का चिथड़ा उड़ने के चलते काफी दूर तक मांस के लोथड़े बिखरे थे।
सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने राहत और बचाव कार्य कराने के साथ ही घायलों को अस्पताल व शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
इसके अलावा मलबे में लोगों के दबे होने की आशंका से पुलिस जेसीबी की सहायता से मलबा हटवाकर उन्हें तलाश करवाया।
बताया जा रहा है कि जेहटा रोड स्थित एमसी सक्सेना कॉलेज के पास में ही संजय लोधी का मकान है। जिसे संजय ने फरीदपुर निवासी मोहम्मद नसीर और उसके बेटे मुशीर को किराए पर दे रखा था। ग्रामीणों के अनुसार नसीर और मुशीर पेश से आतिशबाज है।
दोनों गोमती नदी के किनारे स्थित एक प्लॉट पर अवैध रूप से पटाखा बनाने के साथ ही मकान को गोदाम के रूप में इस्तेमाल करते हुए पटाखा रखते थे। मकान में नसीर के साथ उसका परिवार रहता था।
आज पूर्वान्ह करीब 11 बजे एकाएक संजय लोधी के मकान में तेज धमाका हुआ। जिसके बाद मकान पूरी तरह से मलबे में तब्दील हो गया। इतना ही नहीं पड़ोसी गया प्रसाद और रामआसरे का भी मकान धमाके के चलते बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। वहीं नसीर (45) व उसकी बेटी नसरीन उर्फ मोनी (19) के चीथड़े उड़ गए। पड़ोस के दूसरे मकान के अंदर नमकीन फैक्ट्री में काम कर रहे मजदूर रामफेरन (28) की भी मौत हो गई।
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करीब दो किलोमीटर की दूरी तक सुनी गयी धमाके की आवाज पर गांववाले भागते हुए मौके पर पहुंचे तो दिल दहला देने वाला मंजर देख हर कोई कांप उठा। तीन मकानों के ढहने के साथ ही लाशों के टुकड़े जगह-जगह बिखरे हुए थे।
दोपहर में सीओ मलिहाबाद ने बताया कि हादसे में जान गंवाने वालों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाने के साथ ही घायलों को ट्रॉमा सेंटर इलाज के लिए भेजा गया है। इसके अलावा जेसीबी से मकान का मलबा हटवाने के साथ ही बीडीएस, एफएसएल की टीम भी मौके पर पहुंचकर जांच कर रही।