आरयू ब्यूरो,लखनऊ। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव व यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी कांग्रेस मुख्यालय पर सोमवार को बैठक करने पहुंचीं। बैठक खत्म हुई तो वह अपनी गाड़ी से कौल हाउस के लिए कांग्रेस कार्यालय से रवाना होने वाली ही थीं कि अचानक एक महिला रोते बिलखते हुए प्रियंका की गाड़ी के आगे खड़ी हो गई, उसने गाड़ी रोक ली। इसके बाद वहां पर हड़कंप मच गया। प्रियंका ने महिला को रोता देख अपने पास बुलाया और उसकी आपबीती सुनी।
पीड़िता ने कलपते हुए बताया कि जुलाई महीने में वह इटावा से शाहजहांपुर एक निजी अस्पताल में नौकरी करने गई थी। वहां पर पवन नाम के एक पुलिसकर्मी ने उसे कमरा दिलाया। पीड़िता का आरोप है कि उसे कमरे में कैद कर दिया गया और पांच पुलिसकर्मियों ने उसके साथ रेप किया। उसके बाद करीब पांच महीने तक उसे बंधक बनाकर रखा गया और उसकी चार साल की बच्ची के साथ भी गलत हरकतें की गई। किसी तरह मौका पाकर वह वहां से भाग निकली।
महिला ने कहा कि इस बारे में उसने शाहजहांपुर के एसपी से मामले की शिकायत की, लेकिन न्याय देने के बजाय पुलिस की छवि धूमिल न हो इसलिए एसपी ने पवन नाम के सिपाही से उसकी जबरन दूसरी शादी करा दी। महिला का कहना है कि उसके पति इटावा में रहते हैं।
पुलिस ने की जहर पिलाने की कोशिश, मुख्यमंत्री के जनता दरबार से भी नहीं मिली मदद
महिला ने आगे बताया कि इसके बाद पुलिस के उच्च अधिकारियों से उसने मुलाकात की लेकिन, न्याय देने के बजाय उसे वहां से भी भगा दिया गया। उसने बताया कि जब मैं बाहर थी तो पांचों आरोपी पुलिसकर्मियों ने घेरकर मुझे जहर भी पिलाने की कोशिश की। तब वहां पर मौजूद कुछ लोगों ने उसकी मदद की। एफआइआर के बाद भी पुलिस कोई सुनवाई नहीं कर रही है। दो दिन पहले महिला ने लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर जनता दरबार में अपनी आपबीती सुनाई थी, लेकिन वहां भी उसे कोई मदद नहीं मिली।
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मामला गंभीर होने पर प्रियंका गांधी ने प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को तत्काल निर्देशित किया कि पीड़िता को लेकर कौल हाउस आइए। प्रियंका पीड़ित महिला की व्यथा सुनकर हैरान रह गईं और उन्होंने आश्वस्त किया कि हरहाल में न्याय दिलाने का पूरा प्रयास किया जाएगा।
अब मिल सकता है न्याय
प्रियंका से मुलाकात के बाद जब कौल हाउस से पीड़ित महिला बाहर निकली तो उसने कहा कि अब उसे न्याय मिल सकता है। मीडिया को बताया कि वह अपनी चार साल की बच्ची के साथ राजधानी के कांग्रेस मुख्यालय पर न्याय की आस में प्रियंका गांधी से मिलने पहुंची थी। महिला का कहना है कि जब वह मुख्यमंत्री के जनता दरबार में न्याय की उम्मीद लेकर पहुंची थी तो वहां से उसे नाउम्मीदी हासिल हुई, इसलिए वह प्रियंका गांधी से मिलने पहुंची।
महिला का दर्द जरूर समझेंगी
पीड़िता का कहना है कि कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने लड़की हूं लड़ सकती हूं का नारा दिया है। इसके बाद मुझे पूरी उम्मीद है कि मेरी बात प्रियंका गांधी जरूर सुनेंगी। वह एक महिला हैं और महिला का दर्द जरूर समझेंगी। आरोपितों पर कार्रवाई जरूर होगी और मुझे न्याय जरूर मिलेगा।