आरयू वेब टीम। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दिए इंटरव्यू में बड़ा ऐलान किया है। प्रधानमंत्री ने कहा है कि कोरोना वैक्सीन तैयार होने के बाद देश के हर नागरिक का टीकाकरण किया जाएगा। देश के आखिरी छोर पर बैठे व्यक्ति तक वैक्सीन पहुंचाने की योजना बनाई जा रही। उन्होंने कहा कि वैक्सीन आने के बाद शुरूआत में कोरोना से जंग लड़ रहे फ्रंटलाइन वर्कर्स का सबसे पहले टीकाकरण किया जाएगा। कोई इससे अछूता नहीं रहेगा। साथ ही कहा कि मौजूदा बदले हालातों के बावजूद विश्व भर में ‘न्यू इंडिया’ विजन की सार्थकता को भी देश के सामने रखा।
कोरोना काल में अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में प्रधानमंत्री ने मार्च में लगाए गए लॉकडाउन को लेकर कहा कि सही समय पर लिए गए फैसले की वजह से देश के लाखों लोग संक्रमित होने से बच पाए। पीएम ने कोरोना महामारी और लॉकडाउन की वजह से ठप पड़ी अर्थव्यवस्था के एक बार फिर से उबरने को लेकर विश्वास जताया। साथ ही कहा कि साल 2024 तक देश पांच ट्रिलियन इकोनॉमी का लक्ष्य पूरा कर लेगा। हमें इस पर पूरा भरोसा है।
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वहीं विपक्षी पार्टी और आलोचको पर भी निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि आलोचक सरकार की छवि खराब करना चाहते हैं। लॉकडाउन की वजह से देश में लाखों लोगों की जान बची है। इस दौरान श्रम और कृषि कानूनों पर चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह ग्लोबल निवेशकों के लिए बड़े संकेत हैं। नए लेबर कोड नियोक्ताओं और कर्मचारियों, दोनों के लिए फायदेमंद है। उन्होंने कहा कि यदि भारत को दुनिया का मैन्युफैक्चरिंग केंद्र बनाना है तो ऐसे सुधार करने होंगे और इसकी जरूरत है।
चीन से इस वक्त भारत के अलावा कई अन्य देशों के संबंध अच्छे नहीं है। ऐसे में क्या चीन का विकल्प भारत हो सकता है। इसको लेकर पीएम मोदी ने कहा कि हमारा लक्ष्य किसी देश का विकल्प बनना नहीं है, बल्कि एक ऐसा देश बनना, जो दुनिया को अनूठे अवसर प्रदान करता हो। इसमें सुधार के प्रयास जारी रहेंगे, लेकिन राज्यों को भी निवेशकों को आकर्षित करने के लिए अपनी योजनाओं पर काम करते रहना होगा।