आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 69 हजार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में नियुक्ति पत्र की मांग करते हुए अभ्यर्थियों को 562 दिन हो गए। पांच दिनों से अभ्यर्थी भूख हड़ताल पर हैं। अब अभ्यर्थियों ने शनिवार को अयोध्या पहुंच रहे प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करने की बात कही है।
पांच दिन से भूख हड़ताल पर बैठे अमरेंद्र पटेल ने मीडिया से कहा कि 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री अयोध्या आ रहे हैं। हम लोगों की कोशिश है के उनसे मिलकर अपनी समस्या के बारे में बताएं। इसके लिए हम लोग अयोध्या जाने की योजना बना रहे हैं। यदि मामले का निस्तारण नहीं हुआ तो दो जनवरी से सभी अभ्यर्थी सामूहिक रूप से भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे।
अमरेंद्र पटेल ने बताया कि 69 हजार शिक्षक भर्ती में आरक्षण लागू करने में हुई विसंगति को दूर किए जाने के बाद भी नियुक्ति पाने से वंचित आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी भूख हड़ताल पर हैं। शासन प्रशासन की निरंकुशता के चलते कोई हम लोगों की सुध लेने वाला नहीं है, जिससे की यह मामला निस्तारित हो सके।
6800 दलित-पिछड़ों की लिस्ट जारी, लेकिन नियुक्ति नहीं मिली
वहीं अभ्यर्थी का कहना है की 69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण लागू करने में घोटाला किया गया है, जिस कारण आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को नौकरी से वंचित कर दिया गया। इस संबंध में कई बार आंदोलन के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने मामले का संज्ञान लिया और विसंगति दूर करते हुए पीड़ित दलित पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों को नियुक्ति दिए जाने आदेश अधिकारियों को दिया था, जिसके आधार पर बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने विसंगति को सुधारने के उपरांत 6800 दलित पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों को नियुक्ति देने का वादा करते हुए एक सूची जारी की, लेकिन अभी तक न्याय नहीं मिल सका है।
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बताते चलें कि भूख हड़ताल पर बैठे संभल से आए एक अभ्यर्थी गंगाशरण की तबीयत खराब हो गई थी, जिसे भूखा रहने की वजह से चक्कर आ रहा था, उठने-बैठने में दिक्कत हो रही थी। अभ्यर्थी बार-बार बेहोश हो जा रहा था। अभ्यर्थी को एंबुलेंस से लोकबंधु अस्पताल ले जाया गया, जहां उपचार के बाद उनका भूख हड़ताल समाप्त कराया गया। अब उनके स्थान पर आशीष ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है।