आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। अगामी लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के चेहरे पर यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने फिलहाल असहमति जताई है। अखिलेश ने एम के स्टालिन द्वारा राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने की पेशकश पर कहा कि अगर किसी ने उनका (राहुल) नाम उम्मीदवार के तौर पर लिया है, तो जरूरी नहीं कि संभावित गठबंधन के नेता इससे सहमत हों।
वहीं सपा अध्यक्ष ने मंगलवार को मीडिया से ये भी कहा कि देश की जनता भाजपा से बेहद नाराज है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व शरद पवार जी जैसे नेताओं ने भाजपा विरोधी दलों को एक साथ लाने के लिए काफी कोशिश की है।
स्टालिन की बात पर उन्होंने आगे कहा कि ऐसे में अगर कोई व्यक्ति अपनी राय देता है, तो जरूरी नहीं कि गठबंधन इससे सहमत हो। वर्तमान राजनीतिक समीकरण का जिक्र करते हुए अखिलेश बोले कि अभी के लिए यह जरूरी है कि सभी साथ आएं, क्योंकि देश की जनता बहुत निराश है।
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सत्ताधारी दल पर निशाना साधते हुए सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा ने 2014 के चुनाव में जो वादे जनता से किए थे, वो पूरे नहीं हुए। अब सभी को साथ आना चाहिए, नेता कौन बनेगा इसका फैसला चुनाव बाद किया जाएगा।