आरयू वेब टीम। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में कुछ नेताओं और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा जमीन खरीद का मामला एक फिर से गर्माता जा रहा है, जबकि इस मामले पर अब मोदी और योगी सरकार घिरती नजर आ रही। वहीं इसे लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मोदी और योगी सरकार पर हमला बोला है। प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया है कि राम मंदिर के आसपास की जितनी भी जमीनें हैं, उसकी लूट मची है। भाजपा के नेता, अधिकारी और ट्रस्ट के लोग इस लूट में शामिल हैं। इसकी जांच सुप्रीम कोर्ट के स्तर से होनी चाहिए।
आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस महासचिव ने कहा, “देश के सभी घरों ने जो बचत की थी, उसमें से सभी ने राम मंदिर ट्रस्ट को चंदा दिया था। यह सबकी आस्था है, उसे आज चोट पहुंचाई जा रही है। तीन चीजें हुई हैं। दलितों की जमीन जो खरीदी नहीं जा सकती थी उसे खरीदी गई और हड़पी गई। कुछ जमीनें जो कम दाम की थीं। उसे ट्रस्ट को बहुत ज्यादा पैसों में बेची गई। इसका मतलब यह है कि जो चंदा का पैसा है उसके साथ घोटाला किया गया है।”
प्रियंका ने कहा कि इसमें एक मिसाल है, जिससे बहुत स्पष्ट तरीके से सामने यह बात आती है की जमीनों की खरीद में घोटाला हुआ है। उन्होंने कहा, “एक जमीन थी जो दो करोड़ की खरीदी गई थी। उन्होंने 2021 में उस मजीन के दस हजार वर्ग मीटर ट्रस्ट को बेचे। वो आठ करोड़ के लिए वो जमीन बेची। दूसरी जमीन का दूसरा हिस्सा 12 हजार वर्ग मीटर दो करोड़ में रवि मोहन तिवारी जी को बेची गई।
यह जमीन 19 मिनट बाद ही बेची गई। जो रवि मोहन तिवारी की सेल डीड है, जिसके जरिए वह जमीन खरीद रहे हैं, अनिल मिश्रा जो आरएसएस के सर संघचालक हैं, और राम मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी हैं वो इसके गवाह हैं। इसमें दूसरे गवाह ऋषिकेश उपाध्याय हैं। जो अयोध्या के मेयर साहब हैं। तो ये दोनों गवाह हैं। पांच मिनट बात रवि मोहन तिवारी उसी दो करोड़ की जमीन को 18 करोड़ में ट्रस्ट को बेच देते हैं। अगर यह घोटाला नहीं है तो क्या है?”
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कांग्रेस महासचिव ने कहा, “जमीन खरीद में गवाह आरएसएस के सरसंघचालक और राम मंदिर के ट्रस्टी हैं। दूसरे गवाह अयोध्या के मेयर साहब हैं। कल यूपी सरकार ने कहा है कि वह जांच अधिकारी नियुक्त कर रहे हैं। जांच कौन कर रहा है? जिला अधिकारी लेवल के अधिकारी कर रहे हैं। जिला अधिकारी के स्तर पर यह जांच हो रही है। राम मंदिर ट्रस्ट को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आधार पर बनाया गया था। तो यह जांच भी सुप्रीम कोर्ट द्वारा होनी चाहिए, क्योंकि जिला अधिकारी के स्तर का इंसान मेयर को नहीं जांच सकता। यह तो आप सब अच्छी तरह से जानते हैं।”
प्रियंका ने आरोप लगाते हुए कहा , “राम मंदिर के आस-पास जितनी भी जमीनें हैं। उस पर लूट लगी हुई है। भाजपा के जो नेता हैं, पदाधिकारी हैं और जो सरकारी अधिकारी हैं सीएम योगी की सरकार के वो सब लूट में मिले हुए हैं। यह तो एक ही मिसाल है। वहां पर कितनी जमीन है। हजारों करोड़ का घोटाला किया गया है यह नहीं मालूम। बात यह है कि भगवान राम मर्यादा, नैतिकता के प्रतीक थे। सत्य के पथ पर चलने के लिए तैयार। उन्होंने बड़ा बलिदान दिया, क्योंकि उन्होंने सत्य के पथ पर चलने का फैसला लिया था। अब उनके नाम पर भी आप भ्रष्टाचार कर रहे हैं। पूरे देश की आस्था को ठुकरा रहे हैं। उस पर चोट पहुंचा रहे हैं। यह एक बहुत गंभीर बात है।”